ग्वालियर। विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में पुलिस की सक्रियता से चोरी की गई बाइक को कुछ ही घंटों के अंतराल में एक नाटकीय अंदाज में बरामद कर लिया गया. दरअसल विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के महलगांव इलाके में रहने वाले प्रदीप रजक की अपाचे बाइक बीती रात ही चोरी हुई थी. वह अपनी बाइक को अभी ढूंढ ही रहे थे और अपने परिचितों से बाइक पता कर रहे थे. इधर विश्वविद्यालय थाने की पुलिस के दो जवान कुलदीप यादव और अरुण शर्मा रात की गश्त पर अलकापुरी और नई कलेक्ट्रेट के पास घूम रहे थे.
रविवार तड़के करीब 3 बजे विवेकानंद नीडम के पास एक संदिग्ध बाइक सवार को पुलिस ने आते देखा तो उसे रोकने की कोशिश की. बाइक सवार युवक ने पुलिस को देखते हुए अपनी रफ्तार धीमी की लेकिन जैसे ही वह पुलिसकर्मियों के पास आया तभी उसने बाइक की रफ्तार एकदम तेज कर दी. पुलिस को कुछ दाल में काला लगा और पुलिस अपनी बाइक से इसका पीछा करने लगी. अपाचे बाइक चला रहे युवक को लगा कि वह घिर चुका है और पुलिस ने वायरलेस मैसेज सभी ओर कर दिया है. यह देख वह रेलवे के निर्माणाधीन ओवरब्रिज के पास बाइक को खड़ी कर झाड़ियों में कूदकर फरार हो गया. पुलिस ने बाइक को बरामद कर लिया और उसे थाने ले आई.
युवक के हवाले की बाइकः उधर प्रदीप रजक नामक जिस युवक की बाइक चोरी हुई थी वह थाने उसकी रिपोर्ट लिखने के लिए पहुंच गया, जब उसने अपनी थाने में बाइक खड़ी देखी तो उसके होश उड़ गए. इधर उसने पुलिस से अपनी बाइक की मौजूदगी के बारे में पूछा तब पता चला कि इस बाइक को पुलिस आरक्षकों ने एक अज्ञात युवक के कब्जे से बरामद किया है. युवक अंधेरे में पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है. पुलिस ने बाइक की तस्दीक करने के बाद उसे प्रदीप रजक के हवाले कर दिया और उससे तहरीर भी ले ली.
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पुलिस आरक्षकों को किया सम्मानितः उधर, वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने पुलिस आरक्षकों की सतर्कता पर उन्हें 1-1 हजार रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया. खास बात यह है कि सफेद कलर की यह अपाचे बाइक लगभग डेढ़ लाख रुपये कीमत की है और इस पर पुलिस भी लिखा हुआ है.