ग्वालियर। जिले में लोगों को सस्ते में प्लॉट खरीदने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली कंपनी के 4 चतुर एसोसिएट में से 3 आरोपियों को पुलिस लंबे अंतराल के बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है. इस मामले में पुलिस को सिर्फ एक आरोपी गणेश ओझा को ही गिरफ्तार कर पाई है. कंपनी के लोगों ने करीब 4 से 5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है. इस मामले में इसके मुख्य कर्ता-धर्ता अजय सिंह जादौन, अशोक सिंह कुशवाह, एनडी राठौर और गणेश ओझा थे. इन आरोपियों ने पड़ाव थाने के ठीक सामने होटल शेल्टर में अपना ऑफिस भी खोला था. पुलिस अभी 3 आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. वहीं, पड़ाव थाने में इस कंपनी के खिलाफ लगभग 10 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं.
पीड़ितों ने जमीनों पर कब्जा दिलाने की मांगः इस मामले को लेकर रविवार को पीड़ित लोगों ने पुलिस प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने और जिन जमीनों के वैध दस्तावेज उनके पास चतुर एसोसिएट द्वारा दिए गए हैं, उन पर कब्जा दिलाने की मांग की है. क्योंकि जिन जमीनों पर पीड़ित के पास विधिवत कागजात है, वहां आस-पास मौजूद लोग उन्हें जमीन पर काबिज नहीं होने दे रहे हैं. ग्वालियर में ही इस कंपनी से पीड़ित लोगों की संख्या 90 से ज्यादा बताई गई है, जबकि कुल मिलाकर 2 सैकड़ा से ज्यादा कंपनी के शिकार लोग बताए जाते हैं.
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पीड़ित लोगों ने दी प्रदर्शन करने की धमकीः पीड़ित पक्षकारों ने इस मामले की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय, सीएम हेल्पलाइन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से की है. उन्होंने कहा है कि "यदि जल्द ही उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर होंगे. यह कंपनी रातों-रात होटल शेल्टर से अपना बोरिया बिस्तर समेट कर गायब हो चुकी है."