ग्वालियर। राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किये जाने के मामले में कांग्रेस ने बुधवार को ग्वालियर में प्रदर्शन किया. कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर सैकड़ों की संख्या में पहुंचे कांग्रेसियों ने पहले सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए. उसके बाद कांग्रेसियों ने कलेक्ट्रेट के अंदर ज्ञापन देने की कोशिश की, लेकिन भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने उन्हें अंदर नहीं घुसने दिया. इसी दौरान सभी कांग्रेसी नेताओं ने बैरिकेड और कलेक्ट्रेट के मेन गेट पर चढ़ने की कोशिश की जिसमें पुलिसकर्मियों के साथ जमकर धक्का-मुक्की हुई.
कांग्रेस नेता क्या बोले: वहीं, कांग्रेसियों का कहना है कि "जिस तरीके से शिवराज सरकार बढ़ती महंगाई को लेकर आम लोगों की कमर तोड़ रही है. जब कोई इनके खिलाफ आवाज उठाता है तो उसे या तो जेल में बंद कर दिया जाता है या फिर उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कर दिए जाते हैं, ऐसे में कांग्रेस इस सरकार के खिलाफ सड़कों पर है." इसके साथ ही कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार का कहना है कि " BJP ने जिस तरीके से राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म की और उसके बाद उनका बंगला खाली कराया, ये चुने हुए जनप्रतिनिधियों का अपमान है, इसलिए लोकतंत्र और भारतीय संविधान की लाज बचाने के लिए कांग्रेस सड़कों पर उतरी है."
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सिंधिया के गढ़ में कांग्रेस लगाएगी सेंध: मध्यप्रदेश में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव है. इसको लेकर लगातार कांग्रेस सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में सरकार और सरकार के मंत्रियों को घेरने का काम कर रही है. यही कारण है कि इस समय अंचल में कांग्रेस एकजुट दिखाई दे रही है. बुधवार को कांग्रेस के सभी पूर्व मंत्री, वर्तमान विधायक और कार्यकर्ता सैकड़ों की संख्या में पहले एकजुट हुए, उसके बाद रैली के रूप में उन्होंने कलेक्ट्रेट पर हल्ला बोल दिया.