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Gwalior Ragging Case: मारपीट और गुंडागर्दी को लेकर छात्रों ने कॉलेज के गेट का जड़ा ताला, डीन और वार्डन को हटाने की मांग

ग्वालियर के कृषि महाविद्यालय में रैंगिंग के विरोध में हॉस्टल के छात्र कृषि महाविद्यालय के गेट पर धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने कॉलेज के गेट पर ताला जड़ दिया. साथ ही पुलिस मुर्दाबाद और डीन को हटाओ के नारे लगाए. छात्रों का आरोप है कि सीनियर छात्र उनके साथ मारपीट करते हैं, शिकायत के बाद भी डीन और हॉस्टल के वार्डन ने कोई सुनवाई नहीं की.

gwalior agriculture college ragging case
छात्रों ने कॉलेज के गेट का जड़ा ताला
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Published : Apr 21, 2023, 3:41 PM IST

Updated : Apr 21, 2023, 3:54 PM IST

रैगिंग को लेकर छात्रों ने किया प्रदर्शन

ग्वालियर। कृषि महाविद्यालय इस समय रैंगिंग को लेकर सुर्खियों में है. सीनियर छात्रों के द्वारा हॉस्टल के छात्रों पर हो रही रैगिंग को लेकर शुक्रवार को कृषि महाविद्यालय के गेट पर हॉस्टल में रहने वाले सभी छात्रों ने प्रदर्शन किया. सबसे पहले छात्रों ने कृषि महाविद्यालय के मेन गेट का ताला लगाया और उसके बाद वहीं पर सैकड़ों छात्र प्रदर्शन करने के लिए बैठ गए. इस दौरान कॉलेज के डीन और प्रोफेसर सहित सभी कर्मचारियों को कॉलेज के अंदर नहीं जाने दिया. छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में पढ़ने वाले लोकल के छात्र हॉस्टल के छात्रों के साथ गुंडागर्दी और मारपीट कर रहे हैं. हॉस्टल में रहने वाले छात्र मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों से की रहने वाले हैं.

शिकायत के बाद भी नहीं हुई सुनवाई: दअसल ग्वालियर के कृषि महाविद्यालय में इस समय हॉस्टल के छात्र और लोकल के रहने वाले सीनियर छात्रों के बीच संघर्ष छिड़ा हुआ है. यही कारण है कि लगातार हॉस्टल में रहने वाले जूनियर छात्रों के साथ लोकल के सीनियर छात्र लगातार उनके साथ मारपीट कर रैंगिंग कर रहे हैं. छात्र कई बार कॉलेज के डीन और हॉस्टल के वार्डन से शिकायत कर चुके हैं लेकिन सब लोग चुप्पी साधे हुए हैं. हॉस्टल में रहने वाले यह सभी छात्र फर्स्ट ईयर, सेकंड ईयर और थर्ड ईयर के हैं. इन छात्रों का आरोप है कि जो लोकल के सीनियर छात्रों ने कॉलेज में अंदर घुस कर हॉस्टल के छात्रों के साथ मारपीट की. इन सभी छात्रों ने जब डीन और हॉस्टल के वार्डन से शिकायत की तो उन्होंने इसकी सुनवाई नहीं की और उसके बाद यह सभी छात्र थाने पहुंचे तो थाने में भी इनकी कोई शिकायत नहीं ली गयी.

हॉस्टल में घुसकर मारपीट करते हैं सीनियर: हॉस्टल के रहने वाले सभी छात्रों का कहना है कि राजनीतिक दबाव के चलते कॉलेज की टीम और प्रबंधक कोई मदद नहीं कर रहा है और उल्टा हॉस्टल में रहने वाले छात्रों पर मामला दर्ज करा दिया है. बताया जा रहा है कि लोकल के यह सभी छात्र राजनीतिक परिवार से हस्तक्षेप रखते हैं, इसलिए कॉलेज प्रबंधन इनके खिलाफ बोलने से डर रहा है. होस्टल में रहने वाले छात्रों का आरोप है कि "लोकल में रहने वाले यह सीनियर छात्र रात में हॉस्टल में घुस आते हैं और उसके बाद छात्रों के साथ मारपीट करते हैं और रैगिंग लेते हैं. इसके साथ ही कई बार सीनियर छात्रों ने डीन ऑफिस के सामने जूनियर छात्रों को पीटा है, लेकिन इसके बावजूद कॉलेज के डीन और प्रबंधक चुप्पी साधे हुए हैं.''

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छात्रों ने किया प्रदर्शन: इसी को लेकर हॉस्टल में रहने वाले सभी छात्र छात्राओं ने आज कृषि महाविद्यालय के गेट पर ताला लगा दिया, उसके बाद उन्होंने प्रदर्शन किया. साथ ही पुलिस मुर्दाबाद और डीन को हटाओ के नारे लगाए. जब कॉलेज की डीन और कर्मचारी ड्यूटी पर पहुंचे तो उनको भी कॉलेज के अंदर नहीं घुसने दिया. इसलिए वह भी पेड़ की छांव में बैठ गए. सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और पुलिस ने भी उन्हें वहां से हटाने की कोशिश की लेकिन सभी छात्र वहीं पर अड़े रहे.

डीन ने दी सफाई: इस मामले को लेकर कृषि महाविद्यालय के डीन सुरेश सिंह तोमर का कहना है कि ''रैगिंग के मामले में उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी है. इस मामले की जांच की जा रही है, जांच में जो दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.'' डीन का कहना है कि ''छात्रों से शिकायती आवेदन ले लिया है और कॉलेज प्रशासन की टीम इसकी जांच कर रही है.'' इस मामले को लेकर हॉस्टल के वार्डन जितेंद्र सिंह राजपूत अपने आपको बचाते हुए नजर आए. हॉस्टल के वार्डन जितेंद्र सिंह राजपूत से छात्रों ने कई बार मारपीट की शिकायत की है, लेकिन सीनियर छात्रों के डर से उन्होंने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. साथ ही उन्होंने कहा कि ''अगर इसमें मेरी गलती है तो मुझे पद से हटा दिया जाए.''

रैगिंग को लेकर छात्रों ने किया प्रदर्शन

ग्वालियर। कृषि महाविद्यालय इस समय रैंगिंग को लेकर सुर्खियों में है. सीनियर छात्रों के द्वारा हॉस्टल के छात्रों पर हो रही रैगिंग को लेकर शुक्रवार को कृषि महाविद्यालय के गेट पर हॉस्टल में रहने वाले सभी छात्रों ने प्रदर्शन किया. सबसे पहले छात्रों ने कृषि महाविद्यालय के मेन गेट का ताला लगाया और उसके बाद वहीं पर सैकड़ों छात्र प्रदर्शन करने के लिए बैठ गए. इस दौरान कॉलेज के डीन और प्रोफेसर सहित सभी कर्मचारियों को कॉलेज के अंदर नहीं जाने दिया. छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में पढ़ने वाले लोकल के छात्र हॉस्टल के छात्रों के साथ गुंडागर्दी और मारपीट कर रहे हैं. हॉस्टल में रहने वाले छात्र मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों से की रहने वाले हैं.

शिकायत के बाद भी नहीं हुई सुनवाई: दअसल ग्वालियर के कृषि महाविद्यालय में इस समय हॉस्टल के छात्र और लोकल के रहने वाले सीनियर छात्रों के बीच संघर्ष छिड़ा हुआ है. यही कारण है कि लगातार हॉस्टल में रहने वाले जूनियर छात्रों के साथ लोकल के सीनियर छात्र लगातार उनके साथ मारपीट कर रैंगिंग कर रहे हैं. छात्र कई बार कॉलेज के डीन और हॉस्टल के वार्डन से शिकायत कर चुके हैं लेकिन सब लोग चुप्पी साधे हुए हैं. हॉस्टल में रहने वाले यह सभी छात्र फर्स्ट ईयर, सेकंड ईयर और थर्ड ईयर के हैं. इन छात्रों का आरोप है कि जो लोकल के सीनियर छात्रों ने कॉलेज में अंदर घुस कर हॉस्टल के छात्रों के साथ मारपीट की. इन सभी छात्रों ने जब डीन और हॉस्टल के वार्डन से शिकायत की तो उन्होंने इसकी सुनवाई नहीं की और उसके बाद यह सभी छात्र थाने पहुंचे तो थाने में भी इनकी कोई शिकायत नहीं ली गयी.

हॉस्टल में घुसकर मारपीट करते हैं सीनियर: हॉस्टल के रहने वाले सभी छात्रों का कहना है कि राजनीतिक दबाव के चलते कॉलेज की टीम और प्रबंधक कोई मदद नहीं कर रहा है और उल्टा हॉस्टल में रहने वाले छात्रों पर मामला दर्ज करा दिया है. बताया जा रहा है कि लोकल के यह सभी छात्र राजनीतिक परिवार से हस्तक्षेप रखते हैं, इसलिए कॉलेज प्रबंधन इनके खिलाफ बोलने से डर रहा है. होस्टल में रहने वाले छात्रों का आरोप है कि "लोकल में रहने वाले यह सीनियर छात्र रात में हॉस्टल में घुस आते हैं और उसके बाद छात्रों के साथ मारपीट करते हैं और रैगिंग लेते हैं. इसके साथ ही कई बार सीनियर छात्रों ने डीन ऑफिस के सामने जूनियर छात्रों को पीटा है, लेकिन इसके बावजूद कॉलेज के डीन और प्रबंधक चुप्पी साधे हुए हैं.''

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छात्रों ने किया प्रदर्शन: इसी को लेकर हॉस्टल में रहने वाले सभी छात्र छात्राओं ने आज कृषि महाविद्यालय के गेट पर ताला लगा दिया, उसके बाद उन्होंने प्रदर्शन किया. साथ ही पुलिस मुर्दाबाद और डीन को हटाओ के नारे लगाए. जब कॉलेज की डीन और कर्मचारी ड्यूटी पर पहुंचे तो उनको भी कॉलेज के अंदर नहीं घुसने दिया. इसलिए वह भी पेड़ की छांव में बैठ गए. सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और पुलिस ने भी उन्हें वहां से हटाने की कोशिश की लेकिन सभी छात्र वहीं पर अड़े रहे.

डीन ने दी सफाई: इस मामले को लेकर कृषि महाविद्यालय के डीन सुरेश सिंह तोमर का कहना है कि ''रैगिंग के मामले में उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी है. इस मामले की जांच की जा रही है, जांच में जो दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.'' डीन का कहना है कि ''छात्रों से शिकायती आवेदन ले लिया है और कॉलेज प्रशासन की टीम इसकी जांच कर रही है.'' इस मामले को लेकर हॉस्टल के वार्डन जितेंद्र सिंह राजपूत अपने आपको बचाते हुए नजर आए. हॉस्टल के वार्डन जितेंद्र सिंह राजपूत से छात्रों ने कई बार मारपीट की शिकायत की है, लेकिन सीनियर छात्रों के डर से उन्होंने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. साथ ही उन्होंने कहा कि ''अगर इसमें मेरी गलती है तो मुझे पद से हटा दिया जाए.''

Last Updated : Apr 21, 2023, 3:54 PM IST
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