ग्वालियर। प्रशासनिक अफसरों के पैसों से एक सरकारी स्कूल की नींव रखी जाएगी. यह स्कूल हाईटेक होगा, जिसमें गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दी जाएगी. जिला प्रशासन ने इस स्कूल का पूरा खर्च 10 करोड़ रुपये बताया है, जिसमें से सभी प्रशासनिक अफसर 1 दिन का वेतन देंगे.
इससे लगभग 2 करोड़ रुपये की राशि इकट्ठा की जाएगी, जिसकी मदद से स्कूल का निर्माण शुरू किया जाएगा. कलेक्टर अनुराग चौधरी के मुताबिक यह फैसला टीएल बैठक में लिया गया है. दरअसल यह स्कूल एंटी माफिया मुहिम के तहत मुक्त कराई गई सरकारी जमीन पर बनेगा. इसके पीछे मकसद यह है कि, जो भी सरकारी अफसर शिक्षा के क्षेत्र में गरीब बच्चों की मदद करना चाहते हैं, लेकिन किसी वजह से मदद नहीं कर पा रहे हैं, वो अब इस स्कूल के जरिए स्कूल में पैसा लगाएंगे.
कलेक्टर अनुराग चौधरी का कहना है कि, 1 मार्च 2020 को स्कूल की नींव रखी जाएगी, जिसमें 600-700 बच्चों की पढ़ाने की व्यवस्था की जायेगी, जिसमें शिक्षा से जुड़ी सारी सुविधा दी जायेगी. इस पहल को शिक्षाविद सुधीर सप्रा भी सराह रहे हैं. उनका कहना है कि, 'यह बहुत अच्छी बात है कि, जिले के प्रशासनिक अधिकारी गरीब तबके बच्चों की शिक्षा के लिए सोच रहे हैं'.