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गोडसे की ज्ञानशाला पर लगा प्रशासन का ताला, इलाके में धारा 144 लागू - ग्वालियर धारा 144

ग्वालियर में गोडसे की ज्ञानशाला को लेकर प्रदेश में बीते दो दिन से सियासत तेज हो गई है. वहीं प्रशासन ने गोडसे की ज्ञानशाला पर ताला लगा दिया है.

Nathuram Godse
नाथूराम गोडसे
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Published : Jan 12, 2021, 12:01 PM IST

Updated : Jan 12, 2021, 1:36 PM IST

ग्वालियर। ग्वालियर में रविवार को हिंदू महासभा द्वारा गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना की गई थी. गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना के बाद प्रदेश में गोडसे को लेकर सियासत शुरू हो गई है. वहीं मामला बढ़ता देख गृहमंत्री के आदेश के बाद प्रशासन ने गोडसे की ज्ञानशाला पर ताला लगा दिया है. प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लगा दी है.

ज्ञानशाला पर लगा प्रशासन का ताला

प्रशासन ने गोडसे ज्ञानशाला के बैनर और पोस्टर भी हटा दिए हैं. वहीं आस पास के इलाके में धारा 144 लगा दी गई है. धारा 144 लगने के बाद कार्यालय पर चार से ज्यादा लोग मौजूद नहीं होंगे.

दरअसल, रविवार को गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना पर हिंदू महासभा का ने कहा था कि देश के विभाजन के खिलाफ आवाज उठाने वाले नाथूराम गोडसे के बयानों को कोर्ट के आदेश का हवाला देखकर रोककर रखा गया था, लेकिन अब कोर्ट ने प्रतिबंध हटा दिया है. इसलिए उनके बयानों और उनकी विचारधारा से लोगों को अवगत कराने के लिए गोडसे की पाठशाला की स्थापना की गई है.

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गोडसे ज्ञानशाला

क्या कहना है हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष जयवीर का ?

वही हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज का कहना है कि देर रात जिला प्रशासन और हिंदू महासभा के पदाधिकारियों की मीटिंग हुई जिसमें जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया कि कार्यालय में यह बैनर हटाये जाए तो हमने अपनी स्वेच्छ से बैनर हटा दिए हैं. साथ ही वहां पर सीमित संख्या में लोगों की उपस्थिति के लिए कहा गया है. उनका कहना है जो हमारा उद्देश था वह पूरा हो गया. हमारा उद्देश्य था कि गोडसे को लेकर इतिहास है वह लोगों के बीच पहुंचे.

बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे इस तरह के समाज विरोधी काम

गोडसे सियासत पर बीते दिन मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया था. नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि इस तरह के समाज विरोधी काम बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.

पढ़ें:गोडसे ज्ञानशाला से क्या हासिल करना चाहती है हिंदू महासभा?

हिंदू महासभा के कार्यालय में गोडसे पाठशाला की स्थापना

ग्वालियर के दौलतगंज इलाके में स्थित हिंदू महासभा में गोडसे ज्ञानशाला का उद्घाटन किया गया है. हिंदू महासभा का कहना है कि कांग्रेस ने 50 सालों तक देश के विभाजन के खिलाफ आवाज उठाने वाले नाथूराम गोडसे के बयानों को कोर्ट के आदेश का हवाला देकर रोक कर रखा था, लेकिन अब यह प्रतिबंध हट गया है और हमारी कोशिश है कि उनके सभी बयान सामने आना चाहिए. नई पीढ़ी को उन से अवगत होना चाहिए. इस कार्यक्रम के दौरान नाथूराम गोडसे के सम्मान में उनकी आरती भी उतारी गई थी.

ग्वालियर में पहले भी हो चुका है गोडसे का महिमामंडन

इससे पहले 2017 में हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे की प्रतिमा की स्थापना कराई थी, जिसे आम जनों के विरोध के बाद पुलिस ने जप्त कर लिया था. ग्वालियर में हर साल नाथूराम गोडसे की जयंती और शहादत दिवस मनाया जाता है. गोडसे की ज्ञानशाला में उनसे जुड़ा साहित्य उनके बयान और उनकी विचारधारा की जानकारी आम जनता को दी जाएगी.

ग्वालियर। ग्वालियर में रविवार को हिंदू महासभा द्वारा गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना की गई थी. गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना के बाद प्रदेश में गोडसे को लेकर सियासत शुरू हो गई है. वहीं मामला बढ़ता देख गृहमंत्री के आदेश के बाद प्रशासन ने गोडसे की ज्ञानशाला पर ताला लगा दिया है. प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लगा दी है.

ज्ञानशाला पर लगा प्रशासन का ताला

प्रशासन ने गोडसे ज्ञानशाला के बैनर और पोस्टर भी हटा दिए हैं. वहीं आस पास के इलाके में धारा 144 लगा दी गई है. धारा 144 लगने के बाद कार्यालय पर चार से ज्यादा लोग मौजूद नहीं होंगे.

दरअसल, रविवार को गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना पर हिंदू महासभा का ने कहा था कि देश के विभाजन के खिलाफ आवाज उठाने वाले नाथूराम गोडसे के बयानों को कोर्ट के आदेश का हवाला देखकर रोककर रखा गया था, लेकिन अब कोर्ट ने प्रतिबंध हटा दिया है. इसलिए उनके बयानों और उनकी विचारधारा से लोगों को अवगत कराने के लिए गोडसे की पाठशाला की स्थापना की गई है.

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गोडसे ज्ञानशाला

क्या कहना है हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष जयवीर का ?

वही हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज का कहना है कि देर रात जिला प्रशासन और हिंदू महासभा के पदाधिकारियों की मीटिंग हुई जिसमें जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया कि कार्यालय में यह बैनर हटाये जाए तो हमने अपनी स्वेच्छ से बैनर हटा दिए हैं. साथ ही वहां पर सीमित संख्या में लोगों की उपस्थिति के लिए कहा गया है. उनका कहना है जो हमारा उद्देश था वह पूरा हो गया. हमारा उद्देश्य था कि गोडसे को लेकर इतिहास है वह लोगों के बीच पहुंचे.

बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे इस तरह के समाज विरोधी काम

गोडसे सियासत पर बीते दिन मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया था. नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि इस तरह के समाज विरोधी काम बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.

पढ़ें:गोडसे ज्ञानशाला से क्या हासिल करना चाहती है हिंदू महासभा?

हिंदू महासभा के कार्यालय में गोडसे पाठशाला की स्थापना

ग्वालियर के दौलतगंज इलाके में स्थित हिंदू महासभा में गोडसे ज्ञानशाला का उद्घाटन किया गया है. हिंदू महासभा का कहना है कि कांग्रेस ने 50 सालों तक देश के विभाजन के खिलाफ आवाज उठाने वाले नाथूराम गोडसे के बयानों को कोर्ट के आदेश का हवाला देकर रोक कर रखा था, लेकिन अब यह प्रतिबंध हट गया है और हमारी कोशिश है कि उनके सभी बयान सामने आना चाहिए. नई पीढ़ी को उन से अवगत होना चाहिए. इस कार्यक्रम के दौरान नाथूराम गोडसे के सम्मान में उनकी आरती भी उतारी गई थी.

ग्वालियर में पहले भी हो चुका है गोडसे का महिमामंडन

इससे पहले 2017 में हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे की प्रतिमा की स्थापना कराई थी, जिसे आम जनों के विरोध के बाद पुलिस ने जप्त कर लिया था. ग्वालियर में हर साल नाथूराम गोडसे की जयंती और शहादत दिवस मनाया जाता है. गोडसे की ज्ञानशाला में उनसे जुड़ा साहित्य उनके बयान और उनकी विचारधारा की जानकारी आम जनता को दी जाएगी.

Last Updated : Jan 12, 2021, 1:36 PM IST
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