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जयारोग्य में एक साथ लग रही थी जनरल और कोल्ड ओपीडी, अब खुली प्रबंधन की आंख - health news gwalior

ग्वालियर में जयारोग्य अस्पताल में कोल्ड ओपीडी और जनरल ओपीडी साथ लगने का मामला सामने आया है. जिससे संक्रमण बढ़ने का खतरा था. वहीं शिकायत के बाद दोनो ओपीडी को सेपरेट कर दिया है.

jayarogya hospital
जयारोग्य अस्पताल, ग्वालियर
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Published : Jun 25, 2020, 9:36 PM IST

ग्वालियर। ग्वालियर चंबल अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल में फिर लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां करीब ढाई माह तक बंद रही जनरल ओपीडी पिछले दिनों शुरू कर दी गई है. लेकिन बैरीगेटिंग नहीं होने के कारण कोल्ड ओपीडी और जनरल ओपीडी के मरीज साथ-साथ और बेहद नजदीक एक दूसरे के रह रहे हैं. जिसके कारण संक्रमण का खतरा ज्यादा बढ़ गया था.

जयारोग्य अस्पताल में लापरवाही
जब यह मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया तो उन्होंने माधव डिस्पेंसरी स्थित ओपीडी में दोनों को अलग-अलग करने के निर्देश दिए. इस मामले में संभागीय आयुक्त का कहना है, जनरल ओपीडी और कोल्ड ओपीडी पास-पास नहीं रह सकती है. दोनों के प्रवेश और निकास द्वार भी अलग-अलग होने चाहिए. कमिश्नर के निर्देश पर माधव डिस्पेंसरी ओपीडी में अब दोनों जनरल और कोल्ड ओपीडी को अलग-अलग कर दिया गया है. उनकी एंट्री और एग्जिट को भी अलग-अलग रखा गया है.

खास बात यह है, कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉक डाउन में जनरल ओपीडी को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. लेकिन कोल्ड ओपीडी को माधव डिस्पेंसरी में चालू रखा गया था. जब मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने पर जनरल ओपीडी भी शुरू कर दी गई है, जिसके कारण संक्रमण का खतरा बढ़ रहा था. अस्पताल में कोल्ड ओपीडी में दिखाने वाले मरीज भी लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में इन्हें दूसरे मरीजों को संक्रमण का खतरा हो सकता है. वहीं बाहर से आने जाने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. इससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है.

ग्वालियर। ग्वालियर चंबल अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल में फिर लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां करीब ढाई माह तक बंद रही जनरल ओपीडी पिछले दिनों शुरू कर दी गई है. लेकिन बैरीगेटिंग नहीं होने के कारण कोल्ड ओपीडी और जनरल ओपीडी के मरीज साथ-साथ और बेहद नजदीक एक दूसरे के रह रहे हैं. जिसके कारण संक्रमण का खतरा ज्यादा बढ़ गया था.

जयारोग्य अस्पताल में लापरवाही
जब यह मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया तो उन्होंने माधव डिस्पेंसरी स्थित ओपीडी में दोनों को अलग-अलग करने के निर्देश दिए. इस मामले में संभागीय आयुक्त का कहना है, जनरल ओपीडी और कोल्ड ओपीडी पास-पास नहीं रह सकती है. दोनों के प्रवेश और निकास द्वार भी अलग-अलग होने चाहिए. कमिश्नर के निर्देश पर माधव डिस्पेंसरी ओपीडी में अब दोनों जनरल और कोल्ड ओपीडी को अलग-अलग कर दिया गया है. उनकी एंट्री और एग्जिट को भी अलग-अलग रखा गया है.

खास बात यह है, कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉक डाउन में जनरल ओपीडी को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. लेकिन कोल्ड ओपीडी को माधव डिस्पेंसरी में चालू रखा गया था. जब मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने पर जनरल ओपीडी भी शुरू कर दी गई है, जिसके कारण संक्रमण का खतरा बढ़ रहा था. अस्पताल में कोल्ड ओपीडी में दिखाने वाले मरीज भी लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में इन्हें दूसरे मरीजों को संक्रमण का खतरा हो सकता है. वहीं बाहर से आने जाने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. इससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है.

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