ग्वालियर। मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है. 3 नवंबर को मतदान होगा. पूर्व मंत्री और बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. आर्य ने कहा, 'इस चुनाव में कोरोना एक चुनौती है. यह उपचुनाव बीजेपी के लिए चुनौती नहीं है, बल्कि एक अवसर है. इस चरण में हमारे कार्यकर्ता कोरोना गाइड लाइन के तहत जनता के बीच जा रहे हैं. पूर्व मंत्री ने कहा कि, यह चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा, कांग्रेस ने कैसे प्रदेश की जनता के साथ छल-कपट किया है. ऐसे मुद्दों को लेकर जनता अबकी बार उनको पूरी तरह से परास्त करने वाली है'.
पूर्व मंत्री ने कहा कि, 'मुझे अनुसूचित जाति की पूरे देश भर की जिम्मेदारी सौंपी है. जब से देश आजाद हुआ है, तब से कांग्रेस ने अनुसूचित जाति का सम्मान नहीं किया है. उन्होंने महापुरुषों को सम्मान नहीं दिया है. बाबा साहब अंबेडकर का जो तीर्थ स्थान है, उस पर कांग्रेस ने कभी ध्यान नहीं दिया है. यही वजह है कि, बीजेपी ने सभी तीर्थ स्थानों को बनाया है.
'बीजेपी में नहीं कोई नाराजगी'
बागी विधायकों को टिकट मिलने से पार्टी में नाराजगी के सवाल पर लाल सिंह आर्य ने कहा कि, बीजेपी में किसी बात की कोई नाराजगी नहीं है. आप देख सकते हैं कि, जिस तरीके से कांग्रेस के कार्यकर्ता लगातार कुर्सी तोड़कर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, वैसा हमारी पार्टी में नहीं हुआ है.उन्होंने कहा कि, बीजेपी का हर कार्यकर्ता कुर्सी के लिए नहीं, बल्कि जन कल्याण के लिए सेवा करता है.
लाल सिंह आर्य ने किया जीत का दावा
वहीं उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम घोषित करने में देरी के सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा कि, बीजेपी कभी भी दो-तीन महीने पहले प्रत्याशियों की घोषणा नहीं करती है. चुनाव की घोषणा होने के बाद ही प्रत्याशियों का नाम घोषित किया जाता है. जल्द ही पार्टी प्रत्याशियों के नाम घोषित करने वाली है. कांग्रेस अपने प्रत्याशियों को ढूंढने में लगी है. यह उसके लिए मध्यप्रदेश में अंतिम चुनाव होगा. उन्होंने कहा कि, एक तरफ कांग्रेस के बंटाधार नेता हैं, वहीं दूसरी ओर सीएम शिवराज हैं, जिन्होंने प्रदेश की जनता की भलाई में क्या कुछ किया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि, इस चुनाव में बीजेपी 28 की 28 सीटें जीतने जा रही है.