ग्वालियर। जिले में पूर्व मंत्री लाखन सिंह द्वारा एक आरटीआई एक्टिविस्ट को कथित तौर पर धमकाने का मामला सामने आया है. पूर्व मंत्री और आरटीआई कार्यकर्ता के बीच फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि आरटीआई कार्यकर्ता गौरी शंकर राजपूत ने शिक्षा विभाग में फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर नौकरी पाने वाले एक शख्स का खुलासा किया है. आरटीआई कार्यकर्ता का आरोप है पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने उसे फोन कर धमकाया और कहा कि जिस शख्स पर आरोप लगाए जा रहे हैं, वो उनका कार्यकर्ता है. इस मामले में उसे दूर रहने की बात भी कही है. आईटीआई एक्टिविस्ट गौरीशंकर राजपूत ने मीडिया को एक ऑडियो क्लिप दी है.
दरअसल डबरा तहसील निवासी सीताराम केवट ने शिक्षा विभाग में नौकरी के लिए आवेदन करते समय अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवाया था. आरटीआई कार्यकर्ता गौरी शंकर का आरोप है कि ये प्रमाण पत्र फर्जी था. उन्होंने जब इस मामले की जानकारी निकलवाई तो सीताराम केवट ने उन्हें पूर्व मंत्री लाखन सिंह का नाम लेकर फोन पर धमकी दी. इतने पर भी जब गौरीशंकर राजपूत ने अपनी कार्रवाई नहीं रोकी, तो पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव का उनके पास फोन आया और इस मामले से खुद को अलग करने की हिदायत दी.
ऑडियो क्लिप में पूर्व मंत्री यादव कथित तौर पर आरटीआई कार्यकर्ता राजपूत को धमकाने के अंदाज में कह रहे हैं तुम पूरी मीडिया को बुला लो और उनके समर्थक को फांसी चढ़वा देना. इस मामले में जब पूर्व मंत्री की प्रतिक्रिया के लिए उनसे संपर्क किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ मिला. आरटीआई कार्यकर्ता का कहना है कि उसने पहले भी फर्जी तरीके से नौकरी पाने वाले कई शिक्षकों कि शिकायत की है, लेकिन अब खुद पूर्व मंत्री खुद उसे धमका रहे हैं. गौरीशंकर राजपूत का कहना है कि उनकी जान को खतरा है.
नोटः ईटीवी भारत इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.