ग्वालियर। मध्य प्रदेश के जीवाजी विश्वविद्यालय ने ग्वालियर संभाग के 22 कॉलेजों की संबद्धता के मामले में सख्त कदम उठाते हुए 19 कॉलेजों पर 50-50 हजार और एक कॉलेज पर 1लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. दो कॉलेज संचालकों ने अपने कॉलेजों ने निरीक्षण नहीं कराया है. 22 संबद्धता वाले कॉलेजों द्वारा मानदंड के अनुसार संसाधन नहीं जुटाए जाने पर कार्यपरिषद सदस्यों ने संबद्धता खत्म करने का पूर्व की बैठक में निर्णय लिया था. इससे कॉलेज संचालकों में हड़कंप मच गया.
भिंड के कॉलेज पर 1 लाख जुर्माना : ग्वालियर संभाग के 22 कॉलेजों की संबद्धता को लेकर जीवाजी विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठकों में हंगामा होता रहा है. बैठक में कार्यपरिषद सदस्यों की सहमति के बाद 19 कॉलेजों को संबद्धता दे दी गई. लेकिन कॉलेजों में तीन बार निरीक्षण के बाद भी प्रयोगशालाओं और किताबों की कमी दूर न कर पाने के चलते इन कॉलेजों पर 50- 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया. वहीं भिंड के एएमडी कॉलेज ने प्राचार्य शिक्षकों की नियुक्ति 28 फरवरी तक न कर पाने पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है.
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19 कॉलेजों को संबद्धता दी : ग्वालियर के स्टार ग्रुप कॉलेज, वैष्णव विद्यापीठ कॉलेज मुरार ने निरीक्षण कराने से ही इनकार कर दिया था. कार्य परिषद ने इन्हे 2022-23 की संबद्धता न दिए जाने का निर्णय लिया है. बता दें कि जीवाजी विश्वविद्यालय ने कमियों वाले इन 22 कॉलेजों में दोबारा निरीक्षण कराया था. स्थाई समिति ने छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए इन्हे संबद्धता देने की अनुशंसा की थी. जबकि 24 फरवरी को कार्यपरिषद की हुई बैठक में संबद्धता देने या निरस्त किए जाने पर कोई फैसला नहीं हो पाया था. लेकिन छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्यपरिषद सदस्यों की सहमति के बाद 19 कॉलेजों को संबद्धता दे दी गई.