ग्वालियर। उत्तर प्रदेश में हाईजैक हुई यात्री बस को लेकर धीरे-धीरे सभी खुलासे सामने आते जा रहे हैं. बताया जा रहा था कि यह यात्री बस फाइनेंस कर्मचारियों ने हाईजैक की है, और इसकी वजह फाइनेंस कंपनी का पैसा बताया जा रहा था. इसमें श्रीराम फाइनेंस कंपनी का नाम सामने आ रहा था. इस में नाम आते ही श्रीराम फाइनेंस कंपनी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि कल्पना ट्रेवल्स की यात्री बस 2017 में फाइनेंस हुई थी. और 2018 में फाइनेंस का पैसा पूरी तरह से भर दिया गया है. इस बस की फाइनेंस फाइल पूरी तरह क्लोज है और अब इस बस से फाइनेंस कंपनी का कोई लेना देना नहीं है.
श्री राम फाइनेंस कंपनी के मैनेजर विकास यादव का कहना है कि अगर उनके फाइनेंस क्लाइंट पर कोई पैसा बकाया रहता है तो उसको वह पहले नोटिस भेजते हैं, उसके बाद दूसरी कार्रवाई करते हैं. जिस तरीके से इस बस को हाईजैक किया गया था, उस तरीके से उनकी कंपनी किसी भी वाहन पर कार्रवाई नहीं करती, यह बात सही है कि यह बस उनके यहां से फाइनेंस हुई थी, लेकिन 2018 में फाइनेंस का पूरा पैसा जमा हो चुका है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से जिस बस को हाईजैक कर लिया गया था, वह बस इटावा में मिल चुकी है. यह बस इटावा जनपद के अंतर्गत थाना बलरई के पास स्थित एक ढाबे के पीछे से बरामद की गई है, जिसे एक शख्स लेकर आया था, जानकारी के मुताबिक झांसी में सभी सवार यात्रियों को छोड़ दिया गया था और सभी 34 यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं.