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चार साल बाद मिला न्यायः महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को उम्र कैद, प्रेम संबंधों में बाधक बनी महिला को जलाया था जिंदा

ग्वालियर में साल 2016 में प्रेम संबंधों के चलते महिला को जिंदा जलाने के मामले में शनिवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. आरोपी पर 2000 रुपये का आर्थिक दंड भी लगा है.

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Published : Jul 10, 2021, 7:35 PM IST

Gwalior District Court
ग्वालियर जिला न्यायालय

ग्वालियर। प्रेम संबंधों में बाधक बनी महिला को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने ही जिंदा जला दिया था. कई दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद आखिरकार महिला की मौत हो गई. कार्यपालक मजिस्ट्रेट के सामने मृत्यु पूर्व बयान से अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और बैंक की कलेक्शन एजेंट को आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया गया है. इसके अलावा आरोपी पर 2000 रुपये का अर्थदंड भी लगा है. यह घटना 28 दिसंबर 2016 की है.

जयारोग्य चिकित्सालय में तोड़ा था दम
करीब 20 दिन तक जिंदगी और मौत से संघर्ष करने के बाद आग से झुलसी महिला ने जयारोग्य चिकित्सालय समूह के बर्न यूनिट में दम तोड़ दिया था. इस मामले में खास बात यह है कि मृतका के पति ने हत्यारोपी महिला के पक्ष में बयान देते हुए कहा था कि उसकी पत्नी खाना बनाते समय स्टोव से जल गई थी. इसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और बैंक की कलेक्शन एजेंट निर्मला का कोई हाथ नहीं है.

मिट्टी का तेल डालकर लगायी थी आग
हालांकि तहसीलदार के सामने दर्ज हुए बयानों में महिला ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि उसे निर्मला वर्मा ने मिट्टी का तेल डालकर आग की लपटों के हवाले किया है. दरअसल, उपनगर ग्वालियर थाना क्षेत्र के लधेड़ी में रहने वाली कैलाशी बाई बाथम और निर्मला वर्मा के बीच अच्छी खासी जान पहचान थी.

मृतका के पति से निर्मला के थे अवैध संबंध
जिला न्यायालय ग्वालियर के शासकीय अधिवक्ता सचिन अग्रवाल ने बताया कि निर्मला वर्मा महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थी. वह बैंक के कलेक्शन एजेंट का भी काम करती थी. इसी दौरान निर्मला के कैलाशी के पति डालचंद से संबंध हो गए थे. जब यह बात कैलाशी को पता चली तो उसने निर्मला को भला बुरा कहा और उसके पति से दूर रहने की चेतावनी दी. प्रेम संबंधों में बाधक बन रही कैलाशी को रास्ते से हटाने के लिए निर्मला वर्मा ने साजिश रची.

जमीनी विवाद में महिला पर पेट्रोल डालकर लगाई आग

28 दिसंबर 2016 को निर्मला ने मिट्टी का तेल डालकर कैलाशी बाई को उसके ही घर में जिंदा जला दिया था. काफी दिनों संघर्ष करने के बाद 28 जनवरी 2017 को कैलाशी की मौत हो गई. पुलिस ने पहले निर्मला वर्मा के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया था. बाद में उस पर हत्या का केस दर्ज किया गया. गिरफ्तारी के बाद से ही निर्मला जेल में है.

ग्वालियर। प्रेम संबंधों में बाधक बनी महिला को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने ही जिंदा जला दिया था. कई दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद आखिरकार महिला की मौत हो गई. कार्यपालक मजिस्ट्रेट के सामने मृत्यु पूर्व बयान से अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और बैंक की कलेक्शन एजेंट को आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया गया है. इसके अलावा आरोपी पर 2000 रुपये का अर्थदंड भी लगा है. यह घटना 28 दिसंबर 2016 की है.

जयारोग्य चिकित्सालय में तोड़ा था दम
करीब 20 दिन तक जिंदगी और मौत से संघर्ष करने के बाद आग से झुलसी महिला ने जयारोग्य चिकित्सालय समूह के बर्न यूनिट में दम तोड़ दिया था. इस मामले में खास बात यह है कि मृतका के पति ने हत्यारोपी महिला के पक्ष में बयान देते हुए कहा था कि उसकी पत्नी खाना बनाते समय स्टोव से जल गई थी. इसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और बैंक की कलेक्शन एजेंट निर्मला का कोई हाथ नहीं है.

मिट्टी का तेल डालकर लगायी थी आग
हालांकि तहसीलदार के सामने दर्ज हुए बयानों में महिला ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि उसे निर्मला वर्मा ने मिट्टी का तेल डालकर आग की लपटों के हवाले किया है. दरअसल, उपनगर ग्वालियर थाना क्षेत्र के लधेड़ी में रहने वाली कैलाशी बाई बाथम और निर्मला वर्मा के बीच अच्छी खासी जान पहचान थी.

मृतका के पति से निर्मला के थे अवैध संबंध
जिला न्यायालय ग्वालियर के शासकीय अधिवक्ता सचिन अग्रवाल ने बताया कि निर्मला वर्मा महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थी. वह बैंक के कलेक्शन एजेंट का भी काम करती थी. इसी दौरान निर्मला के कैलाशी के पति डालचंद से संबंध हो गए थे. जब यह बात कैलाशी को पता चली तो उसने निर्मला को भला बुरा कहा और उसके पति से दूर रहने की चेतावनी दी. प्रेम संबंधों में बाधक बन रही कैलाशी को रास्ते से हटाने के लिए निर्मला वर्मा ने साजिश रची.

जमीनी विवाद में महिला पर पेट्रोल डालकर लगाई आग

28 दिसंबर 2016 को निर्मला ने मिट्टी का तेल डालकर कैलाशी बाई को उसके ही घर में जिंदा जला दिया था. काफी दिनों संघर्ष करने के बाद 28 जनवरी 2017 को कैलाशी की मौत हो गई. पुलिस ने पहले निर्मला वर्मा के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया था. बाद में उस पर हत्या का केस दर्ज किया गया. गिरफ्तारी के बाद से ही निर्मला जेल में है.

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