ग्वालियर। किसी कारण मजबूरी में स्कूलिंग से महरूम रहे पिता ने सोमवार को अपनी बेटी के साथ हाई सेकेंडरी की परीक्षा का पहला पेपर दिया. पिता एक बैंक में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी है. उन्हें उम्मीद है कि हायर सेकेंडरी परीक्षा पास करने के बाद वह नियमित कर्मचारी बन सकेंगे. वहीं बेटी अपने पिता की इस कोशिश से बेहद उत्साहित है.
ग्वालियर के पदमा विद्यालय हाई सेकेंडरी स्कूल में सुबह साढ़े 8 बजे जब पिता बाल किशन सैनी और उनकी बेटी तान्या सैनी पहुंचे तो लोगों ने समझा कि बालकिशन अपनी बेटी को पेपर दिलाने के लिए परीक्षा केंद्र छोड़ने आए हैं. लेकिन जब मुख्य गेट पर उन्होंने भी अपना रोल नंबर दिखाकर बेटी के साथ स्कूल में प्रवेश किया तब लोगों आश्चर्य में आ गए.
बाद में पता चला कि वह अपनी बेटी के साथ ही हाई सेकेंडरी का एग्जाम दे रहे हैं. बालकिशन ने बताया कि पारिवारिक परिस्थिति और आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण भी स्कूल नहीं जा सके और पिता के साथ चाट के ठेले पर काम करने लगे. पिता के देहांत के बाद उन्हें पढ़ाई का महत्व मालूम पड़ा, तब तक उनकी उम्र काफी हो गई थी. उन्होंने किसी तरह आठवीं की परीक्षा पास की और बैंक में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में नौकरी कर ली.
बालकिशन ने अपने बच्चों की पढ़ाई में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. उनकी बच्ची तान्या बड़ा होकर डॉक्टर बनना चाहती है तो पिता का सपना है कि वह नियमित बैंक कर्मी बनकर अपने पारिवारिक और सामाजिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार कर सकेंगे. खास बात यह कि पिता पुत्री पढ़ाई भी एक साथ ही करते हैं. वहीं पिछले साल ही उन्होंने दसवीं बोर्ड की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी.