ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव राजीव मिश्रा के निर्देश पर एक छात्रा को पास करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ संगीता शुक्ला ने इसकी जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. वहीं उच्च शिक्षा विभाग ने इस मामले को गंभीर मानते हुए अलग से इसकी जांच के आदेश दिए हैं.
दरअसल आमखो क्षेत्र में रहने वाली नीरा सोनी एमए प्रीवियस सोशल वर्क की छात्रा ने 2015 में दूरस्थ शिक्षण संस्थान से परीक्षा दी थी, जिसमें उसे फेल किया गया था. लेकिन 4 साल बाद छात्रा ने पुनर्मूल्यांकन का आवेदन दिया था, जिसके बाद सूचना मिली थी कि उप कुलसचिव राजीव मिश्रा ने गोपनीय विभाग के करेक्शन सेल में मौखिक आदेश देकर छात्रा को पास करवाने के निर्देश दिए थे. मामले ने तूल तब पकड़ लिया जब सीट प्रभारी ने खेद सहित करेक्शन करने की बात कही लेकिन बिना ईएनएस और दस्तावेज के छात्रा की मार्कशीट में करेक्शन कर दिया गया.
उप कुलसचिव राजीव मिश्रा ने परीक्षा विभाग के इंचार्ज विकास चतुर्वेदी को लिखा था कि गोपनीय विभाग से छात्रा का चार्ट चेक हो चुका है इसलिए उसकी दूसरी अंक सूची जारी कर दें. मीडिया में मामला आते ही छात्रा का रिजल्ट रोक दिया गया है. अब उच्च शिक्षा विभाग ने इसे गंभीर मानते हुए जांच करने के आदेश दिए हैं.