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ग्वालियर: ईवीएम मास्टर ट्रेनर से ईटीवी भारत ने की खास बातचीत, हैक करने को लेकर बताई ये बड़ी बात - भारत निर्वाचन आयोग

देशभर में ईवीएम मशीन के संचालन और मतगणना की बारीकियों को सिखाने वाले वीजी. तेलंग जो बीते 25 सालों से लोकतंत्र के इस पर्व में निस्वार्थ भाव से अपनी सेवा दे रहे हैं. उन्होंने ईवीएम की बारीकियां और उस पर उठने वाले सवालों के बारे में बताया

वीजी. तेलंग, ईवीएम मास्टर ट्रेनर
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Published : Apr 27, 2019, 5:48 PM IST

ग्वालियर। देशभर में ईवीएम मशीन के संचालन और मतगणना की बारीकियों को सिखाने वाले वीजी. तेलंग जो बीते 25 सालों से लोकतंत्र के इस पर्व में निस्वार्थ भाव से अपनी सेवा दे रहे हैं. प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में इन्हें ईवीएम मास्टर ट्रेनर के रूप में जाना जाता है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने ईवीएम की बारीकियां और उस पर उठने वाले सवालों के बारे में बताया.

वीजी. तेलंग, ईवीएम मास्टर ट्रेनर

ग्वालियर के शासकीय केआरजी कॉलेज के फिजिक्स डिपार्टमेंट के एचओडी बीजी तेलंग देश भर में ईवीएम मास्टर ट्रेनर के नाम से जाने जाते हैं. उनकी काबिलियत और सेवा भाव को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा भी नवाजा जा चुका है. ईटीवी भारत ने जब तेलंग से बात की तो उन्होंने बताया कि मतदान की प्रक्रिया के दौरान कोई मतदाता ईवीएम के माध्यम से किसी प्रत्याशी को अपना मत डालता है, तो उसके बाद वीवी पैट मशीन पर मतदाता को उसके डाली गई वोट की पर्ची दिखाई देती है.
यदि मतदाता को लगता है कि उसने जो वोट डाला है वह उस प्रत्याशी को नहीं गया तो मतदाता चैलेंज वोट डाल सकता है. इसका अधिकार निर्वाचन आयोग की सेक्शन 49M(A) में दिया गया है. लेकिन यदि चैलेंज गलत पाया गया तो मतदाता को 6 महीने की जेल और एक हजार का जुर्माना भी हो सकता है.

वहीं मास्टर ट्रेनर जब ईवीएम पर उठ रहे सवालों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान उपयोग की जाने वाली ईवीएम मशीन पर लगाए जाने वाले सभी आरोप गलत होते हैं. ईवीएम मशीन को किसी भी तरह से एक करना संभव नहीं होता है. यह मशीन पूरी तरह सुरक्षित है. इस मशीन को हैक नहीं किया जा सकता. क्योंकि ये वन टाइम प्रोग्रामेबल है. इसमें आरटीसी मशीन लगी होती है. इसमें सेंन्सर लगे है. सारा सिस्टम इनबिल्ट होता है. अगर आपने मशीन को खोलने की कोशिश की तो ये इनऑपरेटिव मोड में चला जाएगा और मशीन बंद हो जाएगी.

ग्वालियर। देशभर में ईवीएम मशीन के संचालन और मतगणना की बारीकियों को सिखाने वाले वीजी. तेलंग जो बीते 25 सालों से लोकतंत्र के इस पर्व में निस्वार्थ भाव से अपनी सेवा दे रहे हैं. प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में इन्हें ईवीएम मास्टर ट्रेनर के रूप में जाना जाता है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने ईवीएम की बारीकियां और उस पर उठने वाले सवालों के बारे में बताया.

वीजी. तेलंग, ईवीएम मास्टर ट्रेनर

ग्वालियर के शासकीय केआरजी कॉलेज के फिजिक्स डिपार्टमेंट के एचओडी बीजी तेलंग देश भर में ईवीएम मास्टर ट्रेनर के नाम से जाने जाते हैं. उनकी काबिलियत और सेवा भाव को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा भी नवाजा जा चुका है. ईटीवी भारत ने जब तेलंग से बात की तो उन्होंने बताया कि मतदान की प्रक्रिया के दौरान कोई मतदाता ईवीएम के माध्यम से किसी प्रत्याशी को अपना मत डालता है, तो उसके बाद वीवी पैट मशीन पर मतदाता को उसके डाली गई वोट की पर्ची दिखाई देती है.
यदि मतदाता को लगता है कि उसने जो वोट डाला है वह उस प्रत्याशी को नहीं गया तो मतदाता चैलेंज वोट डाल सकता है. इसका अधिकार निर्वाचन आयोग की सेक्शन 49M(A) में दिया गया है. लेकिन यदि चैलेंज गलत पाया गया तो मतदाता को 6 महीने की जेल और एक हजार का जुर्माना भी हो सकता है.

वहीं मास्टर ट्रेनर जब ईवीएम पर उठ रहे सवालों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान उपयोग की जाने वाली ईवीएम मशीन पर लगाए जाने वाले सभी आरोप गलत होते हैं. ईवीएम मशीन को किसी भी तरह से एक करना संभव नहीं होता है. यह मशीन पूरी तरह सुरक्षित है. इस मशीन को हैक नहीं किया जा सकता. क्योंकि ये वन टाइम प्रोग्रामेबल है. इसमें आरटीसी मशीन लगी होती है. इसमें सेंन्सर लगे है. सारा सिस्टम इनबिल्ट होता है. अगर आपने मशीन को खोलने की कोशिश की तो ये इनऑपरेटिव मोड में चला जाएगा और मशीन बंद हो जाएगी.

Intro:ग्वालियर- यूं तो आपने सेवा भाव के साथ कार्य करने वाले लोग बहुत देखे होंगे। लेकिन क्या आप ऐसे शख्स से परिचित हैं जो लोकतंत्र के इस पर्व पर बीते 25 साल से अधिक समय से निस्वार्थ भाव से अपनी सेवा दे रहा है। और देशभर में ईवीएम मशीन के संचालन एवं मतगणना की बारीकियों को सिखाते हैं यह शख्स है ग्वालियर के शासकीय केआरजी कॉलेज के फिजिक्स डिपार्टमेंट के एचओडी बी जी तैलंग हैं।यह प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश भर में ईवीएम मास्टर ट्रेनर के रूप में जाने जाते हैं ।उनकी काबिलियत और सेवा भाव को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा भी नवाजा जा चुका है ईवीएम की बारीकियां और उस पर सवाल उठने वाले सवाल पर जब ईटीवी भारत उनके खास बातचीत की तो क्या कहा । आईये जानते ........


Body:बीओ - लोकतंत्र के इस महापर्व में लोग ईवीएम मशीन के माध्यम से अपने मताधिकार का उपयोग करते हैं।तो उस मशीन पर भी सवाल खड़े कर देते हैं। लेकिन हम आपको यह खबर दिखा रहे हैं उसे आप अपनी भ्रम को दूर कर सकते हैं। ईटीवी भारत ने जब तैलंग से बात की तो उन्होंने बताया मतदान की प्रक्रिया के दौरान कोई मतदाता ईवीएम के माध्यम से किसी प्रत्याशी को अपना मत डालता है उसके बाद बीपी पैड मशीन पर मतदाता को उसके डाली गई भूत की पर्ची दिखाई देती है जिस पर वहीं आम चुनाव चिन्ह होता है यदि मतदाता को लगता है कि उनसे जो वोट डाला है वह उस प्रत्याशी को नहीं गया तो मतदाता चैलेंज वोट डाल सकता है इसका अधिकार निर्वाचन आयोग की सेक्शन 49M(A) में दिया गया है। लेकिन यदि चैलेंज गलत पाया गया तो मतदाता को 6 महीने की जेल और एक हजार का जुर्माना भी हो सकता है । इस विषय पर ईवीएम मशीन की राष्ट्र स्तरीय मास्टर ट्रेनर विजी तेलंग का कहना है कि यह मशीन पूरी तरह सुरक्षित है और यदि किसी मतदाता को लगता है उसका मत किसी अन्य को चला गया तो वह उसकी गलती से ही नहीं बल्कि मशीन के कारण हुआ है। ऐसे में हुआ चैलेंज वोट डाल सकता है यदि चैलेंज वोट सही पाया गया तो मशीन को अधिकारियों के बीच मतदान को रोक कर उसे बदला जाता है। और यदि चैलेंज गलत पाया जाता है तो ऐसे में उसे सजा का प्रावधान है। बरहाल जब से ईवीएम मशीन का उपयोग शुरू हुआ है तब से लेकर अब तक किसी मतदाता के द्वारा चुनाव के दौरान इसे चैलेंज नहीं किया गया ।

बीओ - वहीं मास्टर ट्रेनर ट्रेनिंग से जब ईवीएम एक होने का सवाल पूछा तो उन्होंने कहा के चुनाव के दौरान उपयोग की जाने वाली ईवीएम मशीन पर लगाए जाने वाले सभी आरोप गलत होते हैं। ईवीएम मशीन को किसी भी तरह से एक करना संभव नहीं होता है और नहीं अभी तक किसी ने ऐसा कर पाया है। ईवीएम मशीन पूर्णता पूरी तरह सुरक्षित है इसके लिए भी कोई भी व्यक्ति चैलेंज कर सकता है


Conclusion:बाईट- पी वी तेलंग , ईवीएम मास्टर ट्रेनर
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