ग्वालियर। ग्वालियर चंबल संभाग एक बार फिर सुर्खियों में है. सुर्खियों में इसलिए क्योंकि यहां जहरीली शराब से लगातार मौतें हो रही है. हालात यह है कि शहर में जहरीली शराब ने 3 लोगों की जान ले ली, तो वहीं अभी हाल में ही भिंड में पांच लोगों की जहरीली शराब से मौत हो गई, लेकिन इन सबके बीच सबसे बड़ी बात यह है कि यह काम प्रदेश के शराब माफियाओं का नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के शराब माफियाओं का है, जो धीरे-धीरे मध्य प्रदेश में फैल रहा हैं. पुलिस इनको रोकने में नाकाम साबित हो रही है.
उत्तर प्रदेश के सीमा वाले जिलों में करते हैं शराब माफिया घुसपैठ
भिंड, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे हुए जिले हैं, जिसका फायदा अब उत्तर प्रदेश के माफिया उठा रहे हैं. शराब माफिया धीरे-धीरे मध्य प्रदेश में घुसपैठ कर रहे हैं. जहरीली शराब को सप्लाई कर रहे हैं, जिसका पहला उदाहरण भिंड जिले के लहार का है, जहां जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत हो गई. खुद पूर्व मंत्री गोविंद सिंह उत्तर प्रदेश के शराब माफियाओं की मध्य प्रदेश में घुसपैठ की बात कह रहे है. इन सबके बीच अब शराब कांड को लेकर राजनीति भी गरमा गई है. कांग्रेस शिवराज सरकार पर आरोप लगा रही है कि मध्य प्रदेश में अभी भी माफिया पूरी तरह सक्रिय नजर आ रहे हैं, जबकि बीजेपी का कहना है कि शराब कांड को लेकर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
- 2 मई 2020 : रतलाम के पंचेड़ और भड़वासा गांव में 4 मौतें.
- 6 सितंबर 2020 : दिवानिया गांव में दो मौतें.
- 15 अक्टूबर 2020 : उज्जैन में 14 मजदूरों की मौत.
- 7 जनवरी 2021 : खरगोन की देवला गांव में दो मौत.
- 11 जनवरी 2021 अब तक : मुरैना में 27 मौतें.
- 30 मार्च 2021 में भिंड में पांच की मौत.
- 31 मार्च 2021 में ग्वालियर में दो की मौत.
- 2 अप्रैल 2021 में ग्वालियर में एक की मौत.