ग्वालियर| पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 24 घंटे की हड़ताल बुलाई थी. जिसका मुरार जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने समर्थन तो किया, लेकिन उन्होंने बकायदा ओपीडी में आने वाले सभी मरीजों का इलाज भी किया. मुरार जिला अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल के चलते करीब एक हजार लोगों ने डॉक्टरों को दिखाने के लिए पर्चे बनवाए.
क्या है मामला
- पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है.
- पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हमला हुआ था. वहीं 2 दिन पहले ग्वालियर के कैजुअल्टी वार्ड में भी डॉक्टर के साथ दो महिलाओं ने मारपीट की थी.
- इस विवाद के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 24 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया था.
- इस हड़ताल के चलते सोमवार को अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य चिकित्सालय में डॉक्टरों की हड़ताल रही और डॉक्टर्स ओपीडी में नहीं बैठे.
- ग्वालियर की मुरार जिला अस्पताल में हड़ताल का असर नहीं देखा गया, यहां डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर काम किया.
- मुरार जिला अस्पताल के डॉक्टर्स ने कहा कि वे आए दिन होने वाले दुर्व्यवहार का विरोध करते हैं और हड़ताल को समर्थन देते हैं.
- डॉक्टर्स का ये भी कहना है कि वे इतने अमानवीय नहीं हैं कि मरीजों को बिना इलाज के वापस भेज दें.
- जिसके बाद ओपीडी में बैठे डॉक्टरों ने मरीजों को देखा और हड़ताल का असर मरीजों पर नहीं पड़ने दिया.