ग्वालियर। शहर में पिछले कुछ दिनों से गंदे और बदबूदार पानी की सप्लाई की जा रही है. इसके बावजूद निगम के अफसरों को जनता की समस्या से कोई लेना देना नहीं है. मंगलवार को जब विधायक प्रवीण पाठक ने निगम आयुक्त से मिलकर क्षेत्र की समस्या से अवगत कराया, तब कमिश्नर ने आनन-फानन में पानी सप्लाई से जुड़े अफसरों की बैठक बुलाकर उन्हें इस समस्या के तुरंत निराकरण के निर्देश दिए.
ग्वालियर के दक्षिण और पूर्व विधानसभा क्षेत्र में पिछले एक पखवाड़े से पीला और बदबूदार पानी आ रहा है. स्थिति यह है कि लोग पीने के पानी के लिए 30 रुपये में मिलने वाला कैंपर खरीद रहे हैं, जबकि वॉटर सप्लाई से आने वाले पानी को धोने और दूसरे काम में इस्तेमाल किया जा रहा है. लश्कर के महाराज बाड़, सराफा बाजार, नया बाजार, कंपू रोड, मालपुरा, सिकंदर कंपू सहित चेतकपुरी नई सड़क जैसी घनी बस्ती वाले इलाकों में पीला और बदबू वाला पानी आ रहा है.
स्थानीय लोगों ने कई बार निगम अधिकारियों और क्षेत्रीय पार्षद से समस्या के निराकरण के लिए गुहार लगाई है, बावजूद इसके ना तो जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान देने को तैयार हैं और ना ही निगम के अफसर. इस बीच मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने पानी के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए बुधवार से आंदोलन छेड़ने की बात कही है.
निगम अफसरों का कहना है कि पानी सप्लाई के लिए कुछ दिनों पहले तिघरा बांध और मोती झील में मेंटेनेंस किया गया था. कई वॉटर सप्लाई लाइनें सीवर लाइन के साथ पैरेलल चल रही हैं और वे काफी पुरानी हैं. मेंटेनेंस नहीं होने के कारण जैसे ही पानी की सप्लाई दोबारा की गई है, तब से यह समस्या आई है. इसे जल्द ही दुरुस्त कर लिया जाएगा.