ग्वालियर। प्रदेश में CAA, NRC और NPR के विरोध में अब कांग्रेस, कम्यूनिस्ट पार्टी और दूसरे दल साथ आ गए हैं. कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और शरद यादव ने एक साथ प्रेस कांफ्रेंस कर CAA,NRC और NPR का मिलकर विरोध करने की बात कही है. शहर में संकल्प सभा से पहले तीनों नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार के इस कानून को असंवैधानिक बताया. तीनों नेताओं ने कहा कि, 'मोदी सरकार देश की अर्थव्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दे रही है और देश में सांप्रदायिक माहौल खराब करने का काम कर रही है'.
सीपीआई नेता सीताराम येचुरी ने कहा है, 50 साल में देश की अर्थव्यवस्था सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. युवा बेरोजगार घूम रहा है और सरकार धर्म के आधार पर नागरिकता की बात कर रही है. उन्होंने कहा कि, भले ही ये कानून देश के लिए बन गया हो, लेकिन देश की आजादी के समय जिस तरह अंग्रेजों का विरोध हुआ था, वैसे ही अब सड़कों पर इस कानून की खिलाफत करने की जरूरत है.
वहीं शरद यादव ने कहा कि, '130 करोड़ लोगों के लिए एक संविधान है और ये सरकार संविधान के विरुद्ध काम कर रही है'. शरद यादव ने कहा इस कानून के बनाए जाने के बाद 14 लाख हिंदू देश से बाहर हो गए हैं.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि 'मध्य प्रदेश में कानून लागू नहीं होगा. इस बारे में भी सीएम से भी चर्चा कर चुके हैं. केंद्र सरकार अर्थव्यस्था पर ध्यान देने की बजाय देश में हिंदू-मुस्लिम कराने में जुटी हुई है. सभी दल मिलकर इस कानून का विरोध करेंगे'.