ग्वालियर। ग्वालियर अंचल में लगातार बढ़ रहा डेंगू का प्रकोप लोगों की जान लेने लगा है, यही कारण है कि डेंगू के ढंग से अभी हाल में ही 8 साल की मासूम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. शहर में डेंगू के बढ़ते प्रकोप से लोगों में चिंता बढ़ने लगी है क्योंकि पिछले 15 दिन में ग्वालियर में 100 लोगों को डेंगू हो चुका है. जिले में कुल डेंगू के मरीजों की संख्या 180 के पार हो चुकी है, डेंगू को लेकर शहर में एक दर्जन से अधिक ऐसी कॉलोनी हैं, जो हॉटस्पॉट बन चुकी है. इन कॉलोनी में बड़ी संख्या में डेंगू का लार्वा पाया गया है, वहीं डेंगू के बढ़ते मरीजों को लेकर स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमों के द्वारा फॉगिंग कराई जा रही है.
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से बढ़ता डेंगू का प्रकोप: दो दिन पहले ग्वालियर में डेंगू से होने वाली मौत का पहला मामला सामने आया है, विवेक विहार की रहने वाले शशांक भार्गव की 8 साल की बेटी भाविशा भार्गव की दिल्ली में उपचार के दौरान रविवार की रात को मौत हो गई. भाविशा को बीते राेज मंगल नर्सिंग होम से दिल्ली के लिए रेफर किया गया था, फिर भी उसे बचाया नहीं जा सका. डेंगू का मच्छर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को अपना आसान शिकार बनाता है, जगह-जगह लार्वा पनप रहा है, स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही डेंगू के प्रकोप को बढ़ रही है.
ऐसे बन रहा डेंगू: शहर में डेंगू की प्रकोप की चलते एक दर्जन से अधिक ऐसी वार्ड है जहां डेंगू का हॉटस्पॉट बन गया है, यहां पर सबसे अधिक डेंगू का लारवा पाया जा रहा है. इसके अलावा इसी इलाके में डेंगू के मरीजों की संख्या भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, वही स्वास्थ्य बाकी अधिकारियों का कहना है कि "इन इलाकों में सबसे अधिक डेंगू का लार्वा मकान निर्माण और खाली पड़े प्लॉट और घरों के बाहर पशुओं की पानी-पीने के लिए राखी टंकियां में बन रहा है. ऐसे इलाकों में मलेरिया विभाग की टीमें डेंगू पीड़ित मरीजों के घर के आसपास सर्वेकर कीटनाशक दावों का छिड़काव कर रही है और जहां से शिकायत आ रही है, वहां भी मलेरिया के अधिकारी पहुंच रहे हैं."
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डेंगू से बचने के उपाय:
- डेंगू का मच्छर दिन के समय काटता है, इसलिए दिन में मच्छरों के काटने से खुद को बचाएं.
- बारिश के दिनों में कपड़े फुल साइज ही पहने, पांव में जूते जरूर पह और शरीर को कहीं से भी खुला ना छोड़े.
- घर के आसपास या घर के अंदर पानी नहीं जमने दें, कूलर, गमले, टायर में जमें पानी को तुरंत बहा दें.
- कलर में यदि पानी है तो इसमें केरोसिन तेल डालें, जिससे कि मच्छर पनप ना पाएं.
- पानी की टंकियां को सही तरीके से ढक कर रखें.