ग्वालियर। पिछले एक सप्ताह से ग्वालियर में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है, जिसने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है, ऐसे में इंसान ही नहीं बेजुबान जानवर भी इस गर्मी से कम परेशान नहीं है, उन्हें इस माहौल में विशेष देखरेख की जरूरत है. ग्वालियर के प्रसिद्ध गांधी प्राणी उद्यान यानी चिड़ियाघर में हरे भरे पेड़ों के कारण प्राकृतिक रूप से बाहर की अपेक्षा अंदर तापमान कुछ कम रहता है. बावजूद इसके जानवरों को राहत देने के लिए चिड़ियाघर प्रबंधन ने विशेष इंतजामात किए हैं.
ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान में करीब 550 छोटे बड़े जानवर हैं. इसमें शेर, चीता और बाघ के अलावा विभिन्न प्रजातियों के जानवर हैं, इनमें शाकाहारी हिरण और चीतल की संख्या भी काफी है. चिड़ियाघर प्रबंधन ने स्प्रिंकलर कूलर और लगातार खस की टटियों पर पानी छिड़काव करके ठंडक को तापमान को नियंत्रित रखने की कोशिश शुरू की है. सबसे ज्यादा शेर प्रजाति के जानवरों को विशेष ठंडक की जरूरत होती है, क्योंकि वे मांसाहारी इसलिए उनके पिजरों के सामने कूलर लगाए गए हैं.
बाहर उनके घूमने वाले स्थान पर स्प्रिंकलर से लगातार पानी का छिड़काव चलता रहता है. खास बात यह है कि ग्वालियर का चिड़ियाघर शहर के बीचों-बीच है. यहां फूल बाग परिसर होने और चिड़ियाघर परिसर में पेड़ पौधे होने के कारण बाहर की अपेक्षा अंदर तापमान तीन से चार डिग्री कम रहता है, लेकिन इन दिनों तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा चल रहा है. पिछले 1 सप्ताह से पड़ रही भीषण गर्मी के कारण इन जानवरों को भी परेशानी पेश आ रही है, जिससे वे अपने को सामान्य महसूस नहीं कर रहे हैं. लेकिन चिड़ियाघर प्रबंधन का कहना है कि यथासंभव ठंडक देने की कोशिश विभिन्न तरीकों से दी जा रही है.