ग्वालियर। मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहा है. वैसे ही ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस सिंधिया को घेरने की रणनीति करने में जुट गई है. बताया जा रहा है कि अबकी बार इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अंचल में सिर्फ सिंधिया को ही टारगेट करेगी. अंचल में कांग्रेस ने बताया कि सन 1857 की क्रांति से लेकर साल 2020 में जिस तरीके से कांग्रेस सरकार को गिरा कर सिंधिया के द्वारा की गद्दारी की गई, उसे जनता के बीच में ले जाकर उसका प्रचार प्रसार करेगी. कांग्रेस बतायेगी कि कथनी और करनी में कितना फर्क है.
कांग्रेस और बीजेपी में सिंधिया चुनौती: बता दें आगामी समय में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अंचल में राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हैं. बीजेपी की तरफ से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार अंचल में सक्रिय नजर आ रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों की तरफ से एक बड़ी चुनौती सामने आ रही है. एक तरफ तो कांग्रेस पार्टी तोड़ने के बहाने सिंधिया को 1857 की लक्ष्मीबाई के साथ धोखा देने से जोड़ रही है, तो वहीं बीजेपी में उनको लेकर आंतरिक असंतोष बना हुआ है. इसके अलावा सिंधिया परिवार की देशभक्ति पर बीजेपी कई दशकों से आरोप लगाती रही है, इसलिए कांग्रेस के आरोपों का जवाब देने वह सिंधिया के साथ खड़े नहीं हो पा रहे हैं. यही वजह है कि सिंधिया को दोनों तरफ से अकेले ही इस जंग में लड़ाई लड़नी पड़ रही है.
कांग्रेस बताएगी सिंधिया की गद्दारी: वहीं अब अंचल में कांग्रेस सिंधिया को घेरने के लिए सोशल मीडिया और आम लोगों का सहारा लेने की रणनीति बना रही है. कांग्रेस का कहना है कि साल 2018 में सिंधिया और उनके समर्थकों ने किस तरह कांग्रेस से गद्दारी और जनता को धोखा दिया था, उसको लेकर वह सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार करेंगे. साथ ही जनता के बीच में जाकर सिंधिया की कथनी और करनी का अंतर समझायेंगे. इसको लेकर कांग्रेस पार्टी का हर कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर सिंधिया की गद्दारी को लेकर प्रचार प्रसार करेगा. साथ ही लोगों के बीच में जाकर वह बताएगा कि सिंधिया परिवार ने कब-कब गद्दारी की है.
सोशल मीडिया पर एक्टिव कांग्रेस: कांग्रेस ने अभी हाल में ही सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर कई तरह की पोस्ट की है. जिसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के परिवार को गद्दार बताया है. साथ ही पोस्ट में लिखा है कि मतदाता को छला और किसानों से गद्दारी की. साथ ही साल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को छोड़कर कमलनाथ सरकार को गिराया था और अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे. उस समय के फोटो कांग्रेस लगातार सोशल मीडिया पर शेयर कर रही है और केंद्रीय मंत्री सिंधिया को गद्दार बता रही है. कांग्रेस के प्रदेश मीडिया उपाध्यक्ष आरपी सिंह का कहना है कि सिंधिया परिवार के बारे में इतिहास में लिखा है और लोग इसे जानते हैं, लेकिन साल 2020 में जिस तरीके से सिंधिया और उनके समर्थकों ने कांग्रेस से गद्दारी की. उसका सबक सिखाने के लिए कांग्रेस अब पूरी तरह तैयार है.
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सिंधिया के विकास कार्यों से कांग्रेस घबराई: वहीं इसको लेकर बीजेपी के नेता कमल माखीजानी का कहना है कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है. 2018 में सिंधिया के चेहरे को सामने रखकर कांग्रेस ने चुनाव लाभ लिया और जब मुख्यमंत्री की बारी आई तो उन्होंने कमलनाथ को सीएम बना दिया. अब धोखा किसने दिया यह तो कांग्रेस ही बता सकती है. बीजेपी में आकर जिस तरीके से सिंधिया लगातार अंचल में विकास कार्यों को लेकर सक्रिय हैं. इससे कांग्रेस घबराई हुई है. इसलिए इस घबराहट को दूर करने के लिए और जनता के पास जा रही है.