ग्वालियर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त होने से कांग्रेसियों में आक्रोश है, इसी वजह से कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. अब ग्वालियर में कांग्रेसियों ने गुरुवार को एक विशाल लोकतंत्र बचाओ रैली का आयोजन किया. इस मशाल रैली में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी वी श्रीनिवास, राज्यसभा सांसद विवेक तंखा सहित तमाम कांग्रेसी नेता शामिल हुए. इस दौरान बी वी श्रीनिवास ने कहा कि "ये महात्मा गांधी का देश है, इसे गोडसे का देश नहीं बनने देंगे चाहे सरकार कितने भी घर क्यों न छीन ले." यह मशाल रैली फूलबाग चौराहे पर निकाली गई.
कांग्रेसी लोकतंत्र बचाने के लिए सड़कों पर उतरे: कांग्रेसियों द्वारा निकाले गए इस विशाल मशाल रैली में 1 हजार से अधिक मशालें जलाई गईं. मशालों को लेकर कांग्रेसी नेता लोकतंत्र बचाने के नारों के साथ सड़कों पर उतरे. रैली में शामिल होने आए युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने कहा कि "कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए कांग्रेस लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है. मध्य प्रदेश के हर जिले में मशाल यात्रा निकल रही है, क्योंकि जिस तरीके से केंद्र सरकार ने इस देश को अमीर और पूंजीपतियों के हाथों में सौंप दिया है उससे लोकतंत्र पूरी तरह खत्म होता जा रहा है."
जरूर पढ़ें ये खबरें: |
पूरी कांग्रेस एक साथ: बीवी श्रीनिवास ने कहा कि "केंद्र सरकार के खिलाफ कोई भी आवाज उठाता है तो उसे दबाने की कोशिश की जाती है, ऐसा ही राहुल गांधी के साथ हुआ है. राहुल गांधी संसद में मोदी सरकार के कारनामों की पोल खोलने जा रहे थे, लेकिन इससे पहले ही केंद्र सरकार ने उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया. इस लड़ाई में पूरी कांग्रेस एक साथ है और पूरे देश में मोदी सरकार के कारनामों को उजागर करने के लिए कांग्रेस जनता के बीच आवाज उठाएगी."
सिंधिया को बताया गजनी: युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा राहुल गांधी को ट्रोल तक सीमित रहने के सवाल पर तगड़ा कटाक्ष किया. उन्होंने केंद्रीय मंत्री सिंधिया की तुलना गजनी फिल्म के मुख्य किरदार से की, जो अपना मूल चरित्र भूल जाता था. वहीं राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने कहा है कि राहुल गांधी जब भी चाहें वे अपनी राज्यसभा की सीट खाली करने के लिए तैयार हैं क्योंकि राहुल गांधी का सदन में रहना और देश की जनता की आवाज उठाना बेहद जरूरी है.