ग्वालियर। मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनाव को लेकर सूबे की सियासत गरमाई हुई. लगातार बीजेपी-कांग्रेस द्वारा आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी क्रम में प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को बम्होरी विधानसभा का प्रभारी बनाए जाने को लेकर अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.
कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने इसे संविधान की हत्या बताते हुए कहा है कि 'रामेश्वर शर्मा वर्तमान में एक संवैधानिक पद पर हैं. ऐसे में वह किसी पार्टी विशेष के लिए प्रचार नहीं कर सकते हैं, ये लोकतंत्र की हत्या करने जैसा काम है, उन्होंने कहा कि कोई बड़ी बात नहीं सत्ता के मद में अंधी बीजेपी किसी दिन महामहिम राज्यपाल और राष्ट्रपति को भी चुनाव प्रचार में उतार दे'.
वहीं कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी के प्रवक्ता आशीष अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस तथ्य हीन आरोप लगा रही हैं. उन्हें यह नहीं पता कि रामेश्वर शर्मा प्रोटेम स्पीकर हैं. ऐसे में संविधान में इस बात का कहीं उल्लेख नहीं है कि प्रोटेम स्पीकर किसी राजनीतिक दल के लिए प्रचार-प्रसार नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि रामेश्वर शर्मा भी आने वाले उपचुनाव भाजपा के सदस्य होने के नाते प्रचार प्रसार करते रहेंगे.
गौरतलब है कि भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा को 4 जुलाई को मध्य प्रदेश विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है. प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने स्थाई अध्यक्ष का चुनाव होने तक कर्तव्यों के निर्वहन के लिए रामेश्वर शर्मा को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया था.