ग्वालियर। कांग्रेस ने शनिवार को ग्वालियर जिला प्रशासन एवं चुनाव आयोग पर निशाना साधा है. कांग्रेस का आरोप है कि जिस तरह से बीजेपी नेताओं की रैलियों में कोरोना के लिए बनाई गई गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, और खुलेआम आतिशबाजी के जरिए प्रदूषण फैलाया जा रहा है. उससे आने वाले दिनों में कोरोना वायरस का विस्फोट हो सकता है. कांग्रेस का कहना है कि चुनाव आयोग केंद्रीय पर्यवेक्षक एवं जिला प्रशासन इन आयोजनों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा है कि चुनाव आयोग बीजेपी के हाथों की कठपुतली है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस यानी 1 नवंबर को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ग्वालियर आ रहे हैं, ऐसे में यदि जिला प्रशासन ने किसी भी तरह की अड़ंगेबाजी की तो कांग्रेस उसे न्यायालय में चुनौती देंगे.
इस दौरान कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और प्रवक्ता केके मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चुनाव आयोग, भाजपा और ग्वालियर जिला प्रशासन पर जमकर हमला बोला है. केके मिश्रा ने कहा है कि वर्तमान समय में चुनाव आयोग बीजेपी के संगठन के तौर पर काम कर रहा है. इसीलिए जानबूझकर शुक्रवार शाम को कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीना गया था, ताकि शनिवार और रविवार को जब कोर्ट बंद रहेगा तो कांग्रेस कोर्ट भी नहीं जा सकती है.
इतना ही नहीं कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि चुनाव आयोग और भाजपा कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीन सकती है, लेकिन स्टार होने का नहीं. कमलनाथ लोगों के दिलों पर राज करते हैं. केके मिश्रा ने कहा कि 'कमलनाथ एक नवंबर को ग्वालियर में चुनाव प्रचार में आ रहे हैं, जिस किसी की मां ने दूध पिलाया हो तो वह कमलनाथ को रोक कर दिखाए'.