ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल-अंचल में कड़ाके की ठंड अब लोगों के दिल और दिमाग पर अटैक कर रही है. भीषण सर्दी के कारण लगातार हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज के मरीजों की मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. हालत यह है कि अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल समूह की कार्डियोलॉजी विभाग में रोज हार्ट अटैक से चार से पांच लोगों की मौत हो रही है, तो वहीं ब्रेन हेमरेज से तीन से कर लोग दम तोड़ रहे हैं. डॉक्टर ने चेतावनी दी है कि इस समय सावधानी रखना बहुत जरूरी है. थोड़ी सी लापरवाही आपकी जान ले सकती है.
ठंड में बढ़ रहे हार्ट और ब्रेन हेमरेज के मामले: बता दें ग्वालियर चंबल अंचल में पिछले एक सप्ताह से भीषण सर्दी का कहर जारी है. जिसके कारण जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं सर्दी के कारण अंचल में हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज के मामलों में चार गुना वृद्धि हुई है. डॉक्टरों ने इस वृद्धि का सबसे बड़ा कारण कोरोना बताया है. उनका कहना है कि कोरोना के बाद लगातार हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज के मरीजों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है. पिछले एक सप्ताह में हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक के 200 से अधिक गंभीर मरीज पहुंचे हैं. इनमें से 140 हार्ट अटैक और 60 ब्रेन अटैक के मरीज हैं.
हर दिन अस्पताल में पहुंच रहे हार्ट अटैक के मरीज: जीआरएमसी के कार्डियोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर गौरव कवि भार्गव ने बताया है कि पिछले एक महीने से हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज के मरीजों की लगातार वृद्धि हो रही है. इस कारण रोग अस्पताल में हार्ट अटैक से 4 से 5 लोगों की मौत हो रही है, तो वहीं ये आंकड़ा ब्रेन हेमरेज का भी है. इसके अलावा उन्होंने बताया है कि ऐसे भी 20 फीसदी मरीज हैं, जिन्हें घर पर हार्ट अटैक आया है और अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई है. इस दौरान लोगों को सावधानी बरतना बहुत ही आवश्यक है.
बीपी, शुगर और हार्ट पेशेंट रखें ध्यान: डॉ गौरव कवि भार्गव ने बताया है कि यह भीषण सर्दी उन लोगों के लिए बेहद खतरनाक है. जो ब्लड प्रेशर के शिकार हैं और जिन्हें शुगर की बीमारी है. इसके अलावा वह पहले से ही हार्ट पेशेंट हैं. ऐसे मरीजों को इस सर्दी में बहुत ही सावधानी रखना जरूरी है. उनकी छोटी सी लापरवाही मौत का कारण बन सकती है. इसलिए ऐसे मरीजों को सर्दी के समय घर से नहीं निकलना चाहिए. जब हल्की धूप निकल आए, उसके बाद ही घर से बाहर निकलें. उन्होंने बताया है कि सर्दी में खून में हाइड्रोजन पदार्थ बढ़ जाता है. इससे खून गाढ़ा हो जाता है. जिससे नसो में ब्रेन अटैक भी होता है. हार्ट और लकवा के साथ डायबिटीज ब्लड प्रेशर के मरीज सर्दी से बाहर न निकलें. गर्म खाना और पानी भी गर्म पिएं.
इन बातों का रखें ध्यान: डॉ गौरव कवि भार्गव ने बताया है कि ब्रेन और हार्ट अटैक से बचने के लिए धूप निकलने के बाद ही टहलने जाएं. गर्म पानी से नहाएं. पहले पैरों पर बाद सिर से पानी डालें. सोकर उठने के बाद कुछ देर बिस्तर पर बैठे. बाहर निकलते समय मोजे और सिर अच्छी तरह से ढककर निकले. इसके अलावा उन्होंने बताया है कि अगर हार्ट अटैक के मरीज और आम लोग शुगर या ब्लड प्रेशर की शिकायत है, तो हर साल सर्दियों से पहले चेकअप कराना बहुत जरूरी है. सर्दी में समय-समय पर चेकअप कराना चाहिए, ताकि सावधानी बनी रहे.
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स्मोकिंग, जंक फूड और नॉनवेज को कहें ना: इसके अलावा इस सर्दी में स्मोकिंग करने वाले लोगों के लिए यह समय बेहद खतरनाक होता है. जो लोग शराब या धूम्रपान का सेवन करते हैं. उनके लिए यह सर्दी जानलेवा साबित हो सकती है, क्योंकि सबसे ज्यादा हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज का अटैक इन्हीं लोगों पर होता है. इसलिए सर्दी के समय शराब और धूम्रपान का सेवन पूरी तरह से बंद कर दें. वहीं बाहर का खाना और जंक फूड और नॉनवेज को पूरी तरह से बंद करें.