ग्वालियर। इंदौर में पदस्थ सिविल जज के उत्पीड़न से परेशान उनकी पत्नी ग्वालियर में अपने भाई के पास रहने के लिए मजबूर है. पीड़ित महिला का कहना है कि उसने अपने जज पति के खिलाफ उत्पीड़न का मामला इंदौर में दर्ज कराया है लेकिन उसके दोनों बच्चों को जज ने अवैध रूप से अपने पास रखा हुआ है. बच्चों को अपने पास रखे के लिए फरियादी ने न्याय की गुहार लगाई है.
ग्वालियर के सिटी सेंटर स्थित भाई भूपेंद्र सिंह कुशवाह के यहां पीड़िता अर्चना सिंह रहने को मजबूर है. जज की पत्नी ने अपने पति पर आरोप लगाते हुए कहा कि जज विपिन को अब वह बदसूरत लगने लगी है. अर्चना सिंह का कहना है कि उनके पति अलग से उन्हें रहने के लिए मजबूर कर रहे हैं. अर्चना सिंह ने अपने पति पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह आए दिन मारपीट करते थे.
महिला के मुताबिक जज उनके भाई से 25 लाख रुपए रुपए की मांग कर रहे हैं और किसी अन्य महिला से संबंध होने की बात भी महिला ने बताई है. संयोगितागंज पुलिस ने जज विपिन भदौरिया के खिलाफ 498 A की धारा के तहत मामला दर्ज किया है.
महिला का कहना है कि उसे इंसाफ चाहिए क्योंकि वह कई दिनों से मेडिएशन और परिवार परामर्श केंद्र के अलावा वरिष्ठ अधिकारियों की काउंसलिंग में भी शामिल हो चुकी है लेकिन इसका जज पर कोई असर नहीं पड़ा है.
बता दें कि 2 अक्टूबर को जज पति ने उन्हें घर से निकाला तो उन्हें अपने भाई के साथ इंदौर के जिला जज से न्याय की गुहार लगाई और इंदौर के संयोगितागंज पुलिस थाने में जज के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई है.