ग्वालियर। ग्वालियर के छत्रपाल सिंह यादव ने थाईलैंड के कोहचेंग द्वीप पर आयोजित कॉमनवेल्थ इंटरनेशनल क्रॉसबो शूटिंग चैंपियनशिप यानी तीरंदाजी में गोल्ड मेडल हासिल किया है, उन्होंने बताया कि बचपन से ही उन्हें खेलों के प्रति रुचि के कारण उन्हें तीरंदाजी से विशेष लगाव था तीरंदाजी में काफी कुछ किया जा सकता है. यह सोचकर उन्होंने अपने कोच अनिल तोमर से खेल की बारीकियां सीखी और लगातार प्रैक्टिस पर ध्यान दिया
ग्वालियर के छत्रपाल ने कॉमनवेल्थ इंटरनेशनल क्रॉसबो शूटिंग चैंपियनशिप में जीता गोल्ड - gold medal
ग्वालियर के छत्रपाल सिंह यादव ने 25 अगस्त को थाईलैंड के कोहचेंग द्वीप पर आयोजित कॉमनवेल्थ इंटरनेशनल क्रॉसबो शूटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया है, छत्रपाल ने ओपन कैटेगरी में ब्रोंज मेडल भी तीरंदाजी में हासिल किया है, अब छत्रपाल सिंह की नजर ओलंपिक में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की है
ग्वालियर के छत्रपाल ने कॉमनवेल्थ इंटरनेशनल क्रॉसबो शूटिंग चैंपियनशिप में जीता गोल्ड
ग्वालियर। ग्वालियर के छत्रपाल सिंह यादव ने थाईलैंड के कोहचेंग द्वीप पर आयोजित कॉमनवेल्थ इंटरनेशनल क्रॉसबो शूटिंग चैंपियनशिप यानी तीरंदाजी में गोल्ड मेडल हासिल किया है, उन्होंने बताया कि बचपन से ही उन्हें खेलों के प्रति रुचि के कारण उन्हें तीरंदाजी से विशेष लगाव था तीरंदाजी में काफी कुछ किया जा सकता है. यह सोचकर उन्होंने अपने कोच अनिल तोमर से खेल की बारीकियां सीखी और लगातार प्रैक्टिस पर ध्यान दिया
Intro:ग्वालियर
ग्वालियर के छत्रपाल सिंह यादव ने 25 अगस्त को थाईलैंड के कोहचेंग द्वीप पर आयोजित कॉमनवेल्थ इंटरनेशनल क्रॉसबो शूटिंग चैंपियनशिप यानी तीरंदाजी में गोल्ड मेडल हासिल किया है। उसने ओपन कैटेगरी में ब्रोंज मेडल भी तीरंदाजी में हासिल किया है। अब छत्रपाल सिंह की नजर ओलंपिक में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की है।
Body:ग्वालियर के गुड़ा गुड़ी के नाके पर रहने वाले छत्रपाल सिंह यादव इन दिनों भिंड के एक निजी स्कूल में खेल शिक्षक के रूप में तैनात है। बचपन से ही खेलों के प्रति रुचि के कारण उन्हें तीरंदाजी से विशेष लगाव था। तीरंदाजी में काफी कुछ किया जा सकता है ,यह सोचकर उन्होंने अपने कोच अनिल तोमर से खेल की बारीकियां सीखी और लगातार प्रैक्टिस पर ध्यान दिया। पिछले दिनों मई महीने में नैनीताल में आयोजित नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में उनका इंटरनेशनल टूर्नामेंट के लिए सिलेक्शन हुआ था। भारत की ओर से कुल 6 खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में शामिल होने गए थे ।छत्रपाल सिंह को 18 मीटर डिस्टेंस केटेगरी में गोल्ड मेडल हासिल हुआ है। जबकि ओपन केटेगरी में उन्हें कांस्य पदक मिला है।
Conclusion:अब उनकी नजर ओलंपिक तीरंदाजी में विश्व रिकॉर्ड बनाने पर है। इसके लिए वे जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं ग्वालियर पहुंचने पर उनका परिवार और दोस्तों ने स्वागत किया। अपनी सफलता का श्रेय वह अपने कोच अनिल तोमर और उनके साथ थाईलैंड गए अनिल कौशिक को देते हैं। इस प्रतियोगिता में भारत के अलावा कंबोडिया, थाईलैंड, फिलीपींस के अलावा दूसरे देशों के खिलाड़ी शामिल थे। खास बात यह है कि मथुरा के रहने वाले और ग्वालियर के सिंधिया स्कूल में पढ़ने वाले दसवीं के छात्र सचिन चौधरी ने भी जूनियर ग्रुप अंडर-17 में गोल्ड मेडल और ओपन कैटेगरी में भी गोल्ड मेडल हासिल किया है। लेकिन तबीयत खराब होने के कारण वे अपने घर मथुरा में हैं।
बाइट छत्रपाल सिंह यादव ...तीरंदाजी में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले खिलाड़ी बाइट गजेंद्र सिंह... खिलाड़ी के पिता
ग्वालियर के छत्रपाल सिंह यादव ने 25 अगस्त को थाईलैंड के कोहचेंग द्वीप पर आयोजित कॉमनवेल्थ इंटरनेशनल क्रॉसबो शूटिंग चैंपियनशिप यानी तीरंदाजी में गोल्ड मेडल हासिल किया है। उसने ओपन कैटेगरी में ब्रोंज मेडल भी तीरंदाजी में हासिल किया है। अब छत्रपाल सिंह की नजर ओलंपिक में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की है।
Body:ग्वालियर के गुड़ा गुड़ी के नाके पर रहने वाले छत्रपाल सिंह यादव इन दिनों भिंड के एक निजी स्कूल में खेल शिक्षक के रूप में तैनात है। बचपन से ही खेलों के प्रति रुचि के कारण उन्हें तीरंदाजी से विशेष लगाव था। तीरंदाजी में काफी कुछ किया जा सकता है ,यह सोचकर उन्होंने अपने कोच अनिल तोमर से खेल की बारीकियां सीखी और लगातार प्रैक्टिस पर ध्यान दिया। पिछले दिनों मई महीने में नैनीताल में आयोजित नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में उनका इंटरनेशनल टूर्नामेंट के लिए सिलेक्शन हुआ था। भारत की ओर से कुल 6 खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में शामिल होने गए थे ।छत्रपाल सिंह को 18 मीटर डिस्टेंस केटेगरी में गोल्ड मेडल हासिल हुआ है। जबकि ओपन केटेगरी में उन्हें कांस्य पदक मिला है।
Conclusion:अब उनकी नजर ओलंपिक तीरंदाजी में विश्व रिकॉर्ड बनाने पर है। इसके लिए वे जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं ग्वालियर पहुंचने पर उनका परिवार और दोस्तों ने स्वागत किया। अपनी सफलता का श्रेय वह अपने कोच अनिल तोमर और उनके साथ थाईलैंड गए अनिल कौशिक को देते हैं। इस प्रतियोगिता में भारत के अलावा कंबोडिया, थाईलैंड, फिलीपींस के अलावा दूसरे देशों के खिलाड़ी शामिल थे। खास बात यह है कि मथुरा के रहने वाले और ग्वालियर के सिंधिया स्कूल में पढ़ने वाले दसवीं के छात्र सचिन चौधरी ने भी जूनियर ग्रुप अंडर-17 में गोल्ड मेडल और ओपन कैटेगरी में भी गोल्ड मेडल हासिल किया है। लेकिन तबीयत खराब होने के कारण वे अपने घर मथुरा में हैं।
बाइट छत्रपाल सिंह यादव ...तीरंदाजी में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले खिलाड़ी बाइट गजेंद्र सिंह... खिलाड़ी के पिता