ग्वालियर: मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में ओवान चीता कुआरी नदी के पास के एरिया में मौजूद है. ग्रामीणों ने नदी में पानी पीते हुआ देखा. चीता कुंवारी नदी पारकर पार्वती बड़ौदा गांव के पास देखा गया है. यह दोनों गांव तपाक से लगे हुए है. जिसके कारण ग्रामीण डरे हुए है कि कहीं चीता उनके जानवरों को शिकार न बना लें.
वन अमले की निगरानी में चीता: आरआई बद्रीप्रसाद प्रजापति ने बताया कि "मौके पर राजस्व, पुलिस और वन विभाग के करीब 100 अफसर-कर्मचारी मौजूद हैं. चीता अभी गांव से करीब एक से डेढ़ किलोमीटर दूर है. उसे बेहोश करने के लिए मांस में दवाई मिलाकर फेंका गया. चीते को वापस भेजने के लिए ट्रेंकुलाइज भी किया जा सकता है, लेकिन फिलहाल वन अमला चीते पर निगरानी रखकर उसके वापस लौटने का इंतजार कर रहा है. विजयपुर क्षेत्र के कूनों वन मंडल के एसडीओ अमित राठौर से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि चीता पूरी तरह से सुरक्षित है. वह वन अमले की निगरानी में है. चीते को स्ट्रेस नहीं हो इसलिए इंतजार किया जा रहा है कि वह खुद वापस लौट जाए.
चीता कैसे गांव में मचा रहा आतंक: कूनो नेशनल पार्क से निकलकर ओबान चीता रविवार सुबह को विजयपुर के झाड़ बड़ौदा गांव के पास के इलाके में पहुंच गया था. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग एवं वर्ल्ड लाइफ की टीम मौके पर पहुंची और ओबान चीते की सर्चिंग करना शुरू किया तो वही ओबान चीता एक ग्रामीण के खेत पर लेटा हुआ था. वन विभाग ने ओबान चीते को वहां से उठाकर कई बार ले जाने का प्रयास किया. लेकिन टीमों का प्रयास असफल रहा. काफी मशक्कत के बाद ओबान चीता अपनी मर्जी से कूनो नेशनल पार्क की ओर जाने लगा और वन विभाग की टीम पीछे पीछे मॉनिटरिंग करती हुई जा रही थी. शाम को 6 और 7 बजे के बीच ओबान चीता कूनो नेशनल पार्क में पहुंच गया था. जानकारी के अनुसार ओबान चीते ने एक गाय का शिकार भी किया था, जिसका शव इलाके के ग्रामीणों ने देखा.