ग्वालियर। पुलिस आपराधिक मामलों को सुलझाने में किस तरह की कोताही बरत रही है, इसका ताजा मामला हाई कोर्ट में उस समय देखने को मिला जब धोखाधड़ी के मामले की स्टेटस रिपोर्ट में गड़बड़ी पकड़ी गई. करीब 5 साल से 35 लाख रुपए की धोखाधड़ी का यह मामला बहोड़ापुर थाने में पेंडिंग पड़ा हुआ है, लेकिन पुलिस अपराधी को ढूंढने में देरी कर रही है. वहीं, कोर्ट ने 15 मार्च तक स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के निर्दश दिए हैं.
- सोया क्रूड ऑयल के लिए दीपक ने दिए करीब 35 लाख रुपए
तेल की ट्रेडिंग करने वाले दीपक जैन ने सुकमा एक्सपोर्ट के मालिक सौरव मल्होत्रा से 33 मैट्रिक टन सोया क्रूड ऑयल का कॉन्ट्रैक्ट किया था. इसके लिए दीपक ने उसे करीब 35 लाख रुपए भी दिया था, लेकिन उसे सोया क्रूड ऑयल नहीं भेजा गया. अपने साथ हुई धोखाधड़ी को लेकर दीपक ने हर जगह शिकायत दर्ज कराई, लेकिन इस मामले में उसकी शिकायत कहीं नहीं सुनी गई. कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के बाद पुलिस ने सौरभ मल्होत्रा के खिलाफ धोखाधड़ी और गलत दस्तावेज बनाने का अपराध दर्ज किया. कुछ महीनों बाद पुलिस ने इस मामले में क्लोज रिपोर्ट कोर्ट के सामने पेश कर दी. 2018 में फिर जेएमएफसी कोर्ट ने पुलिस को नए सिरे से इस मामले की जांच करके रिपोर्ट पेश करने को कहा, लेकिन पुलिस आरोपी को ढूंढने की औपचारिकता करने की कोशिश की.
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दीपक जैन और उसके पिता राकेश जैन का कहना है कि प्रदेश के ही एक आईपीएस अफसर सौरभ मल्होत्रा के नजदीकी दोस्त हैं. उनके इशारे पर ही इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है और वह उसे गिरफ्तार भी नहीं होने दे रहे हैं.