ग्वालियर। 'चंबल एक्सप्रेस-वे' के निर्माण को लेकर शनिवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह और जिम्मेदार अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें संभावना जताई गई है कि चंबल एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव से पहले ही शुरू हो सकता है.
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हमने कोटा राजस्थान को भिंड मध्यप्रदेश से जोड़ने वाले चम्बल एक्सप्रेस-वे के निर्माण का फैसला लिया है।
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) July 4, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
8250 करोड़ की लागत से बनने वाला 404 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से होकर गुजरेगा और कानपुर को दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर से सीधे जोड़ेगा। pic.twitter.com/z3QhDDRak6
">हमने कोटा राजस्थान को भिंड मध्यप्रदेश से जोड़ने वाले चम्बल एक्सप्रेस-वे के निर्माण का फैसला लिया है।
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) July 4, 2020
8250 करोड़ की लागत से बनने वाला 404 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से होकर गुजरेगा और कानपुर को दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर से सीधे जोड़ेगा। pic.twitter.com/z3QhDDRak6हमने कोटा राजस्थान को भिंड मध्यप्रदेश से जोड़ने वाले चम्बल एक्सप्रेस-वे के निर्माण का फैसला लिया है।
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8250 करोड़ की लागत से बनने वाला 404 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से होकर गुजरेगा और कानपुर को दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर से सीधे जोड़ेगा। pic.twitter.com/z3QhDDRak6
'चंबल एक्सप्रेस-वे' के निर्माण कार्य को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि कोटा राजस्थान को भिंड मध्यप्रदेश से जोड़ने वाले चम्बल एक्सप्रेस-वे के निर्माण का फैसला लिया गया है. 8250 करोड़ की लागत से बनने वाला 404 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से होकर गुजरेगा और कानपुर को दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर से सीधे जोड़ेगा'
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आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में चंबल नदी के साथ बनने वाले इस एक्सप्रेस वे का सबसे बड़ा फ़ायदा तीनों राज्यों के गरीब किसानों को होगा जो कि दिल्ली - मुंबई के बाज़ार में अपनी उपज सीधे बेच सकेंगे।
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">आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में चंबल नदी के साथ बनने वाले इस एक्सप्रेस वे का सबसे बड़ा फ़ायदा तीनों राज्यों के गरीब किसानों को होगा जो कि दिल्ली - मुंबई के बाज़ार में अपनी उपज सीधे बेच सकेंगे।
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) July 4, 2020आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में चंबल नदी के साथ बनने वाले इस एक्सप्रेस वे का सबसे बड़ा फ़ायदा तीनों राज्यों के गरीब किसानों को होगा जो कि दिल्ली - मुंबई के बाज़ार में अपनी उपज सीधे बेच सकेंगे।
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इतना ही नहीं नितिन गडकरी ने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चंबल नदी के साथ बनने वाले इस एक्सप्रेस वे का सबसे बड़ा फायदा तीनों राज्यों के गरीब किसानों को होगा जो कि दिल्ली - मुंबई के बाजार में अपनी उपज सीधे बेच सकेंगे. साथ ही नितिन गडकरी ने कहा है कि इस रोड के बनने से इस इलाके में आर्थिक गतिविधियां तेज होगी, उद्योग और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे.
बता दे कि केंद्रीय ग्रामीण विकास पंचायत और कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि इस प्रोजेक्ट की शुरुआत मुख्ममंत्री शिवराज सिंह चौहान 2017 में भी की थी. एक्सप्रेस-वे के बनने से इस पिछड़े क्षेत्र के विकास में बहुत मदद मिलेगी. वहीं वीडियो कान्फ्रेंस में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चम्बल एक्सप्रेस-वे को भिण्ड-कोटा रेल्वे लाइन के साथ-साथ बनाने का सुझाव दिया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चम्बल एक्सप्रेस-वे के लिए हमारे पास 52 प्रतिशत सरकारी जमीन उपलब्ध है इस प्रोजेक्ट के लिए शेष 48 प्रतिशत भूमि अदला-बदली मॉडल के तहत उपलब्ध कराई जाएगी. और जल्द ही यह जमीन निर्माण कार्य के लिए सौंप दी जाएगी.
हालांकि एक बात ये भी है कि मध्य प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में ग्वालियर-चंबल संभाग की 16 सीटों पर बीजेपी ने 'चंबल एक्सप्रेस वे' को कहीं न कहीं भुनाने की तैयारी शुरू कर दी है. ऐसे में अंचल की जनता को साधने के लिए सीएम शिवराज राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं. यही वजह है कि सीएम शिवराज ने ग्वालियर चंबल अंचल की जनता को उपचुनाव से पहले यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट चंबल प्रोग्रेस वे को जल्द शुरू करने का प्लान तैयार कर लिया है.