ग्वालियर। जिले में लगातार बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या से सरकारी और निजी अस्पतालों में हाहाकार मची हुई है. अब हालात यह हैं कि ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की जान जा रही है. बिगड़ते हालातों के बीच अब ग्वालियर की जनता नेताओं के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर कर रही है. इसके लिए सोशल मीडिया पर एक कैंपेन चलाया जा रहा है 'पूछता है ग्वालियर'. इस कैंपेन के जरिए ग्वालियर की जनता अपने जनप्रतिनिधियों से सवाल कर रही है. इस दौरान जनता के निशाने पर दो नेता हैं. पहले ग्वालियर से सांसद और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और दूसरे नंबर पर हैं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया. जनता के मैदान में आने के बाद कांग्रेस भी अब दोनों पर हमलावार हो गई है.
निशाने पर बीजेपी के बड़े नेता
ग्वालियर जिले में कोरोना संक्रमण के चलते इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है. मंत्री प्रद्युमन सिंह के अलावा कोई भी बीजेपी के नेता क्षेत्र में दिखाई नहीं दे रहा है. यही वजह है कि अब सोशल मीडिया पर ग्वालियर के लोगों का गुस्सा फूट रहा है. कई लोग 'पूछता है ग्वालियर' हैशटेग के साथ सत्ताधारी पार्टी के नेताओं से तीखे सवाल कर रहे हैं. इस दौरान लोगो के निशाने पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया है.
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सोशल मीडिया पर चल रहा है कैंपेन
कांग्रेस से बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया हर महीने लगभग 3 से 4 दौरे ग्वालियर के कर रहे थे. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के बाद से सिंधिया ग्वालियर अंचल में नजर नहीं आए हैं. इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं, इसलिए अब ग्वालियर की जनता ने सोशल मीडिया के सहारे ही केन्द्रीय नेताओं और स्थानीय नेताओं से सवाल पूछना शुरू कर दिया है.
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तोमर की सक्रियता बढ़ी, सिंधिया नदारद
दरअसल सोशल मीडिया पर विरोध की सुगबुगाहट देखकर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने तो अपनी सक्रियता दिखाने की कोशिश शुरू कर दी है. इसके लिए वो अपने संसदीय क्षेत्र में लगातार ऑक्सीजन की सप्लाई बनाए रखने की कोशिश में लगे हैं. लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया अभी भी इस दौड़ में पीछे ही है. इसलिए सिंधिया और तोमर लगातार जनता के निशाने पर है.