ग्वालियर। चाल चरित्र और चेहरे वाली पार्टी यानी भाजपा में इन दिनों सब कुछ ठीक चल रहा है, ऐसा नहीं कहा जा सकता. खासकर स्थानीय निकाय के चुनाव के मद्देनजर अब पार्टी के पार्षद पद के उम्मीदवार एक दूसरे को नीचा दिखाने और अपनी दावेदारी को ऊपर रखने की भरसक कोशिश कर रहे हैं. इसी का उदाहरण गुरुवार की शाम को भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय मुखर्जी भवन के सामने देखने को मिला.
भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में जिला अध्यक्ष कमल मखीजानी के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें शनिवार को प्रस्तावित युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार के स्वागत को लेकर यह बैठक बुलाई गई थी. बैठक के दौरान ही पूर्व पार्षद बलबीर तोमर के बेटे छोटू तोमर और एक अन्य भाजपा पदाधिकारी शीतल भदौरिया के बेटे वीर विक्रम भदौरिया के बीच विवाद हो गया.
जिला अध्यक्ष ने शामत किया मामला
विवाद जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी ने विवाद को शांत करा दिया, लेकिन कुछ देर बाद ही छोटू उर्फ अवधेश तोमर अपने साथियों के साथ वहां आ धमका और बीजेपी कार्यालय के नीचे ही जमकर दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई, जिसमें शीतल भदौरिया का लड़का वीर विक्रम भदोरिया और रवि नामक युवक मामूली रूप से जख्मी हुए हैं. उनके कपड़े तक फट गए.
वर्चस्व दिखाने के लिए मारपीट
पूर्व पार्षद बलवीर तोमर ने इस झगड़े से अपने बेटे छोटू तोमर को अलग किया है और कहा है कि उनके समर्थक रवि शर्मा से विक्रम भदौरिया का झगड़ा हुआ है, जबकि शीतल भदौरिया का लड़का बलवीर और उनके पुत्रों पर मारपीट करने का आरोप लगा रहा है.
पुलिस जांच में जुटी
दोनों ने एक दूसरे पर वर्चस्व दिखाने के लिए मारपीट करने का आरोप लगाया है. दोनों ही पक्ष जनक गंज थाना पहुंच गये और एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. पुलिस का कहना है कि वह अभी इस मामले को प्रारंभिक तौर पर जांच परख रही है. उसके बाद ही सबूतों के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.