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बीजेपी प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर ने डाला वोट, जीत का किया दावा

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Published : Nov 3, 2020, 12:14 PM IST

Updated : Nov 3, 2020, 3:06 PM IST

ग्वालियर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर ने परिवार सहित वोट डाला. वह कांच मिल स्थित बीटीआई स्कूल में पहुंचे और मतदान किया. इस दौरान उन्होंने अपनी जीत के प्रति भरोसा जताते हुए कहा कि यह चुनाव जनता लड़ रही है, वे खुद नहीं लड़ रहे हैं. प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सभी से वोट करने की अपील की.

Pradyuman Singh Tomar
प्रद्युम्न सिंह तोमर

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के 19 जिलों की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है. प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर ने परिवार सहित वोट डाला. वह कांच मिल स्थित बीटीआई स्कूल में पहुंचे और मतदान किया. इस दौरान उन्होंने अपनी जीत के प्रति भरोसा जताते हुए कहा कि यह चुनाव जनता लड़ रही है वे खुद नहीं लड़ रहे हैं. प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सभी से वोट करने की अपील की.

प्रद्युम्न सिंह तोमर ने डाला वोट
ग्वालियर जिले में तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. इनमें ग्वालियर से ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस से सुनील शर्मा उम्मीदवार है. प्रद्युम्न सिंह सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेहद करीबी माने जाते हैं. वोट डालने के बाद उन्होंने कहा कि यह चुनाव में खुद नहीं लड़ रहे हैं जनता चुनाव लड़ रही है और विकास के मुद्दे पर उन्हें अपनी जीत के प्रति पूरा भरोसा है.

2018 में कांग्रेस से जीते थे प्रद्युम्न सिंह तोमर

2018 में कांग्रेस में रहे प्रद्युमन सिंह तोमर ने बीजेपी के दिग्गज नेता जयभान सिंह पवैया को 20 हजार से भी ज्यादा वोटों से हराया था. लेकिन बदली परस्थितियों में तोमर अब बीजेपी के प्रत्याशी हैं. तो कांग्रेस ने उनके खिलाफ यहां कभी सिंधिया के करीबी रहे सुनील शर्मा को मैदान में उतारा है.

ग्वालियर विधानसभा सीट का इतिहास

ग्वालियर विधानसभा सीट के सियासी इतिहास की बात की जाए तो 1957 से अस्तित्व में आई, इस सीट पर कभी किसी एक पार्टी का दबदबा नहीं रहा. कांग्रेस और बीजेपी समय-समय पर यहां जीत दर्ज करती रही है. अब तक ग्वालियर विधानसभा सीट पर 14 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. जिनमें सबसे ज्यादा 6 बार जनसंघ और बीजेपी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की. तो पांच बार बाजी कांग्रेस के हाथ लगी. जबकि तीन बार अन्य दलों के प्रत्याशियों को जीत का स्वाद मिला.

ग्वालियर विधानसभा के जातिगत समीकरण

ग्वालियर विधानसभा ब्राह्मण और क्षत्रिय बाहुल्य क्षेत्र है. लेकिन शहरी आबादी होने की वजह से इस सीट पर ओबीसी, अनुसूचित जाति के साथ अन्य जातियां भी प्रभावी भूमिका में नजर आती है. ब्राह्मण और क्षत्रिय लगभग 30 से 35 मतदाता हैं. लिहाजा बीजेपी ने क्षत्रिय वर्ग के प्रत्याशी को टिकट दिया है. तो वहीं कांग्रेस ने ब्राह्मण वर्ग के प्रत्याशी को मैदान में उतारा है.

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के 19 जिलों की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है. प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर ने परिवार सहित वोट डाला. वह कांच मिल स्थित बीटीआई स्कूल में पहुंचे और मतदान किया. इस दौरान उन्होंने अपनी जीत के प्रति भरोसा जताते हुए कहा कि यह चुनाव जनता लड़ रही है वे खुद नहीं लड़ रहे हैं. प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सभी से वोट करने की अपील की.

प्रद्युम्न सिंह तोमर ने डाला वोट
ग्वालियर जिले में तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. इनमें ग्वालियर से ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस से सुनील शर्मा उम्मीदवार है. प्रद्युम्न सिंह सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेहद करीबी माने जाते हैं. वोट डालने के बाद उन्होंने कहा कि यह चुनाव में खुद नहीं लड़ रहे हैं जनता चुनाव लड़ रही है और विकास के मुद्दे पर उन्हें अपनी जीत के प्रति पूरा भरोसा है.

2018 में कांग्रेस से जीते थे प्रद्युम्न सिंह तोमर

2018 में कांग्रेस में रहे प्रद्युमन सिंह तोमर ने बीजेपी के दिग्गज नेता जयभान सिंह पवैया को 20 हजार से भी ज्यादा वोटों से हराया था. लेकिन बदली परस्थितियों में तोमर अब बीजेपी के प्रत्याशी हैं. तो कांग्रेस ने उनके खिलाफ यहां कभी सिंधिया के करीबी रहे सुनील शर्मा को मैदान में उतारा है.

ग्वालियर विधानसभा सीट का इतिहास

ग्वालियर विधानसभा सीट के सियासी इतिहास की बात की जाए तो 1957 से अस्तित्व में आई, इस सीट पर कभी किसी एक पार्टी का दबदबा नहीं रहा. कांग्रेस और बीजेपी समय-समय पर यहां जीत दर्ज करती रही है. अब तक ग्वालियर विधानसभा सीट पर 14 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. जिनमें सबसे ज्यादा 6 बार जनसंघ और बीजेपी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की. तो पांच बार बाजी कांग्रेस के हाथ लगी. जबकि तीन बार अन्य दलों के प्रत्याशियों को जीत का स्वाद मिला.

ग्वालियर विधानसभा के जातिगत समीकरण

ग्वालियर विधानसभा ब्राह्मण और क्षत्रिय बाहुल्य क्षेत्र है. लेकिन शहरी आबादी होने की वजह से इस सीट पर ओबीसी, अनुसूचित जाति के साथ अन्य जातियां भी प्रभावी भूमिका में नजर आती है. ब्राह्मण और क्षत्रिय लगभग 30 से 35 मतदाता हैं. लिहाजा बीजेपी ने क्षत्रिय वर्ग के प्रत्याशी को टिकट दिया है. तो वहीं कांग्रेस ने ब्राह्मण वर्ग के प्रत्याशी को मैदान में उतारा है.

Last Updated : Nov 3, 2020, 3:06 PM IST
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