ग्वालियर। शब्द प्रताप आश्रम स्थित भूतेश्वर मंदिर के पुजारी और उसके परिवार को मंदिर से बेदखल करने वाला मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. फूलबाग उद्यान स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे पुजारी हेमंत का कहना है कि उन्हें सरकार द्वारा वंश रहने तक मंदिर की सेवा करने की अनुमति मिली थी. उनके द्वारा आज तक कोई भी गलत काम नहीं किया गया है और न ही कभी मंदिर के नियमों का उल्लंघन किया गया है. बावजूद इसके उन्हें और उनके परिवार को मंदिर से बेदखल कर दिया गया है.
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ट्रस्ट का है मंदिर
यह मंदिर राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के देवस्थान ट्रस्ट के अंतर्गत आता है. ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने ही पुजारी के परिवार को मंदिर से बेदखल किया है. वहीं उनके साथ धरने पर बैठे समाजसेवी संदीप तिवारी का साफ तौर पर कहना है कि अगर पुजारी और उसके परिवार को न्याय नहीं मिलता है तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.
इसके अलावा रविवार को पूरे जन समर्थन के साथ मंदिर पर पूरे एक दिन का उपवास रखेंगे. क्योंकि 23 तारीख को हाईकोर्ट में इस मामले को लेकर सुनवाई है. हम हाईकोर्ट के आदेश का इंतजार करेंगे. अगर हाईकोर्ट की तारीख आगे बढ़ती है या हमें न्याय नहीं मिला तो आगामी समय में बड़े जनसमर्थन के साथ सड़कों पर उतरेंगे और एक बड़ा उग्र आंदोलन करेंगे.
ये भी पढ़ें- ग्वालियर में एंटी भूमाफिया अभियान का विरोध, धरने पर बैठी कांग्रेस ने लगाए प्रशासन पर आरोप
जानें पूरा मामला
इस मामले में प्रशासन का कहना है कि इन लोगों ने अवैध रुप से सिंधिया के देवस्थान ट्रस्ट के मंदिर पर कब्जा किया हुआ था. साथ ही आसपास की जमीन में अवैध मकान का निर्माण कर रहे थे. वहीं पुजारी और उनके परिवार का कहना है कि बिना मौका दिए अचानक कार्रवाई की गई है. जबकि कब्जे को लेकर कोर्ट से केस भी जीत चुके हैं.