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अगर शंकराचार्य नहीं होते तो भारत भी नहीं होता, प्राकट्योत्सव में बोले सीएम शिवराज

भोपाल में आदि शंकराचार्य के प्राकट्योत्सव को एकात्म पर्व के रूप में मनाया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि महाराज के साथ ही कई प्रसिद्ध संत मौजूद रहे. कार्यक्रम में आचार्य शंकराचार्य न्यास की गतिविधियों पर शॉर्ट फिल्म दिखाई गई. इस दौरान, न्यास की वेबसाइट का पोस्टर और वेबसाइट का भी उद्घाटन किया गया.

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प्राकट्योत्सव में बोले सीएम शिवराज
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Published : Apr 26, 2023, 6:39 AM IST

Updated : Apr 26, 2023, 7:20 AM IST

आदि शंकराचार्य का प्राकट्योत्सव

भोपाल। आदि शंकराचार्य के प्राकट्योत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "'अगर आचार्य शंकर नहीं होते तो यह भारत भी नहीं होता. क्योंकि भगवान राम ने उत्तर से दक्षिण को जोड़ा था, मगर, आदि शंकराचार्य ने सभी दिशाओं को जोड़ा था. आदि पुरुष शंकराचार्य जी के कारण यह संस्कृति बची है. आज मैं आत्मविश्वास के साथ कह रहा हूं कि शांति के दर्शन अगर विश्व को कोई कराएगा, तो वह भारतीय संस्कृति अद्वैत ज्ञान ही कराएगा. लोग कहते हैं कि सरकारों का काम पुल-पुलिया, स्कूल-सड़क अस्पताल आदि बनाना है. मैं कहना चाहता हूं कि काम तो संत ही कर रहे हैं, सरकार सहयोग कर रही है. सरकार हमेशा संतों के पीछे खड़ी रहेगी.''

  • मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने भोपाल में आयोजित आचार्य शंकर प्रकटोत्सव 'एकात्म पर्व' में पूज्य स्वामी श्री @AvdheshanandG, आचार्य श्री परमानंद गिरी जी महाराज, स्वामिनी विमलानंद सरस्वती जी एवं आचार्य डॉ. काशीराम जी का प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मान व अभिनंदन किया। pic.twitter.com/oBKgsKIPxE

    — Jansampark MP (@JansamparkMP) April 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सरकारें लोगों को सही दिशा देने में भी सहयोग करें: मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि "'मैं पूरे आत्मविश्वास के साथ कह रहा हूं, मैंने लघु फिल्म में भी कहा था, सभी संतों के बीच में मैं फिर दोहरा रहा हूं, भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को शाश्वत शांति के पथ का दिग्दर्शन अगर कराएगी तो भारतीय संस्कृति अद्वैत वेदांत ही कराएगा और कोई मार्ग है ही नहीं. सरकारें निर्माण और विकास का काम भी करें, लेकिन लोगों को सही दिशा देने में भी सहयोग प्रदान करें. किस काम की सरकार, अगर आचार्य शंकर के संदेश को हम जन जन तक न पहुंचा पाए.'' शिवराज ने राजनेताओं से अपील भी की है कि हम सिर्फ वोटों के समीकरण में जिंदगी ना गवाएं, देश की संस्कृति में भी आप योगदान दें.

  • मन दिव्य आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा हुआ है। मध्यप्रदेश भाग्यशाली है, जो पूज्य भगवत्पाद शंकराचार्य जी यहाँ पधारे।

    आचार्य शंकर के सिद्धांतों के लोकव्यापीकरण के लिए हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रयास कर रहे हैं। pic.twitter.com/3OaPeienaG

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

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स्वामी अवधेशानंद ने की सीएम शिवराज की तारीफ: कार्यक्रम में मौजूद स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज और तमाम साधु संतों ने महेश्वर में बन रहे एकात्म लोक और शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा लगाए जाने पर राज्य सरकार और सीएम शिवराज की जमकर तारीफ की. स्वामी परमानंद गिरि महाराज ने कहा कि ''आज विश्व की संस्कृति यहां की यहां है, इसलिए बिगड़ने के चांस ज्यादा हैं. शिवराज सिंह का कार्य सराहनीय है और इसको पूरा करने के लिए सबको संकल्पित होना चाहिए. कार्यक्रम में दीक्षा ग्रहण करने वाले दीक्षार्थियों को भी सम्मानित किया गया.

आदि शंकराचार्य का प्राकट्योत्सव

भोपाल। आदि शंकराचार्य के प्राकट्योत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "'अगर आचार्य शंकर नहीं होते तो यह भारत भी नहीं होता. क्योंकि भगवान राम ने उत्तर से दक्षिण को जोड़ा था, मगर, आदि शंकराचार्य ने सभी दिशाओं को जोड़ा था. आदि पुरुष शंकराचार्य जी के कारण यह संस्कृति बची है. आज मैं आत्मविश्वास के साथ कह रहा हूं कि शांति के दर्शन अगर विश्व को कोई कराएगा, तो वह भारतीय संस्कृति अद्वैत ज्ञान ही कराएगा. लोग कहते हैं कि सरकारों का काम पुल-पुलिया, स्कूल-सड़क अस्पताल आदि बनाना है. मैं कहना चाहता हूं कि काम तो संत ही कर रहे हैं, सरकार सहयोग कर रही है. सरकार हमेशा संतों के पीछे खड़ी रहेगी.''

  • मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने भोपाल में आयोजित आचार्य शंकर प्रकटोत्सव 'एकात्म पर्व' में पूज्य स्वामी श्री @AvdheshanandG, आचार्य श्री परमानंद गिरी जी महाराज, स्वामिनी विमलानंद सरस्वती जी एवं आचार्य डॉ. काशीराम जी का प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मान व अभिनंदन किया। pic.twitter.com/oBKgsKIPxE

    — Jansampark MP (@JansamparkMP) April 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सरकारें लोगों को सही दिशा देने में भी सहयोग करें: मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि "'मैं पूरे आत्मविश्वास के साथ कह रहा हूं, मैंने लघु फिल्म में भी कहा था, सभी संतों के बीच में मैं फिर दोहरा रहा हूं, भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को शाश्वत शांति के पथ का दिग्दर्शन अगर कराएगी तो भारतीय संस्कृति अद्वैत वेदांत ही कराएगा और कोई मार्ग है ही नहीं. सरकारें निर्माण और विकास का काम भी करें, लेकिन लोगों को सही दिशा देने में भी सहयोग प्रदान करें. किस काम की सरकार, अगर आचार्य शंकर के संदेश को हम जन जन तक न पहुंचा पाए.'' शिवराज ने राजनेताओं से अपील भी की है कि हम सिर्फ वोटों के समीकरण में जिंदगी ना गवाएं, देश की संस्कृति में भी आप योगदान दें.

  • मन दिव्य आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा हुआ है। मध्यप्रदेश भाग्यशाली है, जो पूज्य भगवत्पाद शंकराचार्य जी यहाँ पधारे।

    आचार्य शंकर के सिद्धांतों के लोकव्यापीकरण के लिए हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रयास कर रहे हैं। pic.twitter.com/3OaPeienaG

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स्वामी अवधेशानंद ने की सीएम शिवराज की तारीफ: कार्यक्रम में मौजूद स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज और तमाम साधु संतों ने महेश्वर में बन रहे एकात्म लोक और शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा लगाए जाने पर राज्य सरकार और सीएम शिवराज की जमकर तारीफ की. स्वामी परमानंद गिरि महाराज ने कहा कि ''आज विश्व की संस्कृति यहां की यहां है, इसलिए बिगड़ने के चांस ज्यादा हैं. शिवराज सिंह का कार्य सराहनीय है और इसको पूरा करने के लिए सबको संकल्पित होना चाहिए. कार्यक्रम में दीक्षा ग्रहण करने वाले दीक्षार्थियों को भी सम्मानित किया गया.

Last Updated : Apr 26, 2023, 7:20 AM IST
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