ग्वालियर। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने नेशनल लोक अदालत के बहिष्कार का फैसला किया था. साथ ही सदस्यों को कार्रवाई में हिस्सा नहीं लेने के निर्देश दिए थे, लेकिन बहिष्कार का निर्णय लेने के बावजूद भी 6 वकीलों ने लोक अदालत में हिस्सा लिया, जिसके बाद उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई है. साथ ही राज्य अधिवक्ता परिषद को आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया है.
इस आयोजन में अधिवक्ता विवेक जैन, अधिवक्ता हरीश दीक्षित, अधिवक्ता योगेश चतुर्वेदी, अधिवक्ता प्रशांत शर्मा, अधिवक्ता संजय गुप्ता और हरीश दीवान ने ना सिर्फ हाई कोर्ट एवं जिला न्यायालय में लोक अदालत की खंडपीठ में सदस्य की भूमिका निभाई बल्कि मामलों का निराकरण भी कराया, जिसके बाद बार एसोसिएशन ने गंभीरता से लेते हुए सभी छह अधिवक्ताओं की सदस्यता समाप्त कर दी है.
पिछले 1 महीने से जेएमएफसी शिवांगी श्रीवास्तव की कोर्ट का बहिष्कार किया जा रहा है. बार एसोसिएशन विधिक अधिकारियों और मुख्य पीठ को पत्र लिखकर अन्यंत्र ट्रांसफर की मांग की है, जिस पर अभी तक फैसला नहीं आया है. इसको लेकर वकील लंबे समय से आंदोलन कर रहे है.