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ग्वालियर में खुला फ्री सेनेटरी पैड वाला बैंक, 20 मिलियन महिलाओं को जागरुक करने का लक्ष्य - Sanitary pad bank in gwalior

ग्वालियर की महादेव समर्पण सेवा संस्थान के द्वारा सेनेटरी पैड बैंक की शुरुआत की गई है, इस संस्था का उद्देश्य महिलाओं को जागरुक कर लगभग 20 मिलियन महिलाओं और लड़कियों को सेनेटरी नेपकिन उपलब्ध कराना है.

Pad bank
सेनेटरी पैड बैंक
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Published : Nov 8, 2020, 3:51 PM IST

ग्वालियर। शहर में एक समाजसेवी संस्था ने सेनेटरी पैड बैंक की शुरुआत की है, जो महिलाओं को पीरीयड्स के दौरान सतर्क रहने के लिए जागरुक कर उन्हें सेनेटरी पैड अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा. महादेव समर्पण सेवा संस्थान ने इससे पहले लॉकडाउन में शहर से लगे कई गांवों में करीब 50 महिलाओं को सेनेटरी पैड वितरित किए थे.

सेनेटरी पैड बैंक से शहर के अलावा आस-पास की गरीब, मजदूर बस्तियों की महिलाओं को भी यह पैड निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे. साथ ही पास के गांव को गोद लिया जाएगा और वहां की महिलाओं को पैड की खूबियों के बारे में बताया जाएगा और उन्हें सेनेटरी पैड बांटे जाएंगे, दरअसल संस्था का लक्ष्य करीब 20 मिलियन महिलाओं को निशुल्क रूप से पैड उपलब्ध कराना है.

संस्था का कहना है कि उन्हें पता चला कि कई महिलाएं एनीमिया की शिकार हो रही हैं, इसका मुख्य कारण महिलाओं द्वारा मंथली साइकल (माहवारी) के समय कपड़े का इस्तेमाल करना था. महिलाओं में तमाम तरह के यौन संक्रमण रोग होने का भी पता चला. इन समस्याओं के सामने आने के बाद संस्था द्वारा तय किया गया कि महिलाओं को जागरुक बनाकर उनके लिए निशुल्क पैड उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि वो इन्हें इस्तेमाल करें. इस अभियान के तहत हर गली-मोहल्ले में एक विशेष डस्टबिन भी रखी जाएगी, जिसमें इस्तेमाल करने के बाद महिलाएं पैड को डिस्पोज करेंगी और संस्था के लोग उसे डिस्ट्रॉय करेंगे.

ग्वालियर। शहर में एक समाजसेवी संस्था ने सेनेटरी पैड बैंक की शुरुआत की है, जो महिलाओं को पीरीयड्स के दौरान सतर्क रहने के लिए जागरुक कर उन्हें सेनेटरी पैड अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा. महादेव समर्पण सेवा संस्थान ने इससे पहले लॉकडाउन में शहर से लगे कई गांवों में करीब 50 महिलाओं को सेनेटरी पैड वितरित किए थे.

सेनेटरी पैड बैंक से शहर के अलावा आस-पास की गरीब, मजदूर बस्तियों की महिलाओं को भी यह पैड निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे. साथ ही पास के गांव को गोद लिया जाएगा और वहां की महिलाओं को पैड की खूबियों के बारे में बताया जाएगा और उन्हें सेनेटरी पैड बांटे जाएंगे, दरअसल संस्था का लक्ष्य करीब 20 मिलियन महिलाओं को निशुल्क रूप से पैड उपलब्ध कराना है.

संस्था का कहना है कि उन्हें पता चला कि कई महिलाएं एनीमिया की शिकार हो रही हैं, इसका मुख्य कारण महिलाओं द्वारा मंथली साइकल (माहवारी) के समय कपड़े का इस्तेमाल करना था. महिलाओं में तमाम तरह के यौन संक्रमण रोग होने का भी पता चला. इन समस्याओं के सामने आने के बाद संस्था द्वारा तय किया गया कि महिलाओं को जागरुक बनाकर उनके लिए निशुल्क पैड उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि वो इन्हें इस्तेमाल करें. इस अभियान के तहत हर गली-मोहल्ले में एक विशेष डस्टबिन भी रखी जाएगी, जिसमें इस्तेमाल करने के बाद महिलाएं पैड को डिस्पोज करेंगी और संस्था के लोग उसे डिस्ट्रॉय करेंगे.

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