ग्वालियर। वैक्सीन को लेकर तरह तरह की अफवाह है जिसे आमजन जब भी सुनता है भ्रम में पड़ जाता है.ऐसा ही कुछ हुआ ग्वालियर में बैंड वालों के साथ .दरअसल वैक्सीन को लेकर अफवाह की वजह से बैंड वाले वैक्सीन नहीं लगवा रहे थे. अफवाह की वजह से उनके मन में डर था और वो वैक्सीन लगवाने से बच रहे थे. लेकिन दयाल बैंड के मालिक ने अपने वैंड वाले कारीगरों को सिंधिया की वैक्सीन लगवाने की अपील वाला वीडियो दिखाया. जिसके बाद बैंड वालों का भ्रम दूर हुआ और सभी ने खुशी- खुशी शहर के चैंबर ऑफ कॉमर्स में जाकर वैक्सीन लगवा ली. वैक्सीन लगने के बाद बैंड वाले इतने खुश हुए कि उन्होने वैक्सीनेशन सेंटर पर ही बैंड बजाकर खुशी का इजहार किया.उन्होंने गरीब वर्ग के लोगों के लिए मुफ्त में वैक्सीन लगवाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का धन्यवाद भी किया.
- ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की थी वैक्सीन लगवाने की अपील
पिछले दिनों सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आम लोगों से वैक्सीन लगवाने के लिए अपील की थी।उन्होंने कहा था कि फिलहाल वैक्सीन ही इस संक्रमण से बचने का उपाय है, इसलिए सभी को बढ़-चढ़कर वैक्सीन लगवाना चाहिए
- वैक्सीन लगने के बाद आधे घंटे रुकने की भी है व्यवस्था
चैंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि मध्यप्रदेश चैंबर ऑफ कॉमर्स के भवन में शुरुआत से ही वैक्सीनेशन किया जा रहा है. पहले यहां पर 45 साल से ऊपर की उम्र वाले लोगों को वैक्सीनेट किया जा रहा था. लेकिन अब 18 साल की उम्र पूरी कर चुके युवाओं को भी वैक्सीनेट किया जा रहा है. इसके लिए चैंबर ऑफ कॉमर्स के वातानुकूलित भवन में वैक्सीन लगवाने के बाद कुछ देर रुकने की व्यवस्था भी की गई है
- आर्थिक तंगी से जूझ रहे बैंड वाले
2 महीने से लगातार चल रहे लॉकडाउन के कारण बैंड कर्मचारियों की माली हालत बेहद खराब है. शादी समारोह का पूरा सीजन निकला जा रहा है, सिर्फ कुछ ही दिन बाकी हैं. लेकिन जिन लोगों के यहां शादी समारोह है, वहां प्रशासन की इतनी पाबंदियां हैं कि लोग 50 की संख्या से ज्यादा में जमा नहीं हो सकते हैं, जबकि बैंड ही अकेला 25 से 35 लोगों के बीच का होता है, इसलिए कोई भी अब बैंड करके बारात निकालने के बजाय होटल में सीधा म्यूजिक के बीच शादी करना चाह रहा है.जिससे बैंड वालों को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है.
शहडोल का 'जमुई' बना शत प्रतिशत वैक्सीनेशन करवाने वाला गांव
उम्मीद है शासन- प्रशासन अब बैंड वालों की आर्थिक समस्या की ओर भी ध्यान देगा.और जल्द से जल्द समस्या के निराकरण के लिए पहल करेगा.