ग्वालियर। शहर के आईटीएम यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय शिक्षा पर आधारित कार्यक्रम का समापन हुआ. इस कार्यक्रम में देशभर से आए शिक्षाविदों ने बताया कि किस तरह से शिक्षा को आनंद का विषय बनाएं और नवाचार से शिक्षा से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ें.शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के मध्य भारत प्रांत इकाई ने ग्वालियर में ज्ञान उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम में देश भर से आए 50 से अधिक स्कूल-कॉलेज और स्वतंत्र शिक्षकों ने क्षेत्र में किए जा रहे शैक्षिक नवाचारों की प्रस्तुतियां दी.
शिक्षाविदों ने दिया 3H फॉर्मूला
शिक्षाविदों ने बताया कि 3H पर ध्यान देना चाहिए, मतलब हेड 'बुद्धि', हॉर्ट 'आत्मा', हैंड 'हाथ' तीनों के मेल से जो काम किया जाता है, वो शिक्षा के संवर्धन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होता है. अतिथि वक्ताओं ने कहा कि देश की स्वतंत्रता के समय डॉक्टर संपूर्णानंद ने कहा था कि शिक्षा के बिना आजादी अधूरी है. क्योंकि जब तक हर व्यक्ति तक शिक्षा की पहुंच नहीं होगी, तब तक हमारी विकास की बातें अधूरी हैं.