ग्वालियर। अधिवक्ता परिषद की मध्य भारत इकाई ने ग्वालियर हाईकोर्ट बैंच में एक कार्यशाला का आयोजन किया.आयोजन में ग्वालियर हाईकोर्ट बैंच के अधिकार क्षेत्र में अवमानना के मामलों से किस तरह बचा जाए. साथ ही अधिवक्ताओं को क्या एहतियात की जरूरत है इसको लेकर जानकारी दी गई. कार्यशाला में वरिष्ठ अधिवक्ता और असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल ने अपने उद्बोधन से अधिवक्ताओं का मार्गदर्शन किया.
दरअसल देखा गया है कि हाईकोर्ट के अधिकार क्षेत्र में अवमानना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. कई बार हाईकोर्ट में जवाब देने और उसके आदेश का पालन नहीं करने पर अधिकारियों के खिलाफ अवमानना के मामले दर्ज होते हैं .वहीं कई मामले अधिवक्ताओं की गलती से भी दर्ज हो जाते हैं. इनसे किस तरह से बचा जाए और अधिवक्ता किस तरह प्रकरणों को कोर्ट के सामने पेश करें इसके बारे में जानकारी दी गई.
असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया विवेक खेड़कर ने नए और अधिवक्ता परिषद के सदस्यों को संबोधित किया. उन्होंने देश के विभिन्न हाईकोर्ट में दर्ज अवमानना के मामले भी बताए और उनके बारे में कोर्ट की क्या राय बनी, यह भी अधिवक्ताओं को बताया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में अधिवक्ता परिषद के सदस्यों के अलावा नए अधिवक्ता हॉल में मौजूद थे.