ग्वालियर । शहर में तीसरी बार टोटल लॉकडाउन भले ही नहीं लगा है, जिले में पिछले एक सप्ताह में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों की तादाद में वृद्धि हुई है. यह आंकड़ा 500 के पार पहुंच चुका है, जबकि 4 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है. अनलॉक फेस वन में दी गई छूट और ट्रांसपोर्टेशन के खोले जाने से कोरोना वायरस तेजी से फैला है. मरीजों की तादाद बढ़ने से जिला प्रशासन लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा सकता है.
हालांकि मुरैना और झांसी के रास्ते को सील कर दिया गया है. बिना मेडिकल इमरजेंसी के किसी को भी शहर में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है. ग्वालियर-चंबल अंचल में पिछले एक पखवाड़े से मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. वहीं ठीक होने वाले मरीजों की तादाद कम हुई है. संक्रमण के फैलते असर के बाद अब प्रशासन कुछ नई बंदिशें लगाने की दिशा में सोचने लगा है. शनिवार और रविवार के 2 दिन के लॉकडाउन के बाद अब ग्वालियर के बाजार सोमवार से दोपहर 2 बजे तक ही खुलेंगे.
फिलहाल इस बंद से कोरोना पर कितना कंट्रोल देखने को मिलेगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा. लॉकडाउन के चलते गरीब और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का आरोप है कि प्रशासन घर में रहने के लिए दबाव बना रहा है, जबकि उनके पास राशन और अन्य सामान नहीं हैं. वे रोजाना मेहनत मजदूरी करने वाले लोग हैं. रोज कमाकर लाते हैं, तब उनका किसी तरह से घर चल पाता है. सरकार को पहले ऐसे लोगों के हित को ध्यान में रखना चाहिए.