ग्वालियर। भितरवार विधानसभा में रेत माफिया अवैध रूप से रेत उत्खनन के काम को अंजाम दे रहे हैं, जिन्हें ना तो प्रशासन का खौफ है और ना ही कानूनी कार्रवाई का. एक तरफ प्रशासन लोगों को लॉकडाउन का पालन करने और कोरोना वायरस महामारी से बचाने में लगा है, तो वहीं रेत माफिया इस मौके का पूरा फायदा उठा रहे हैं.
प्रशासन को सूचना मिली थी कि, लॉकडाउन के दौरान अवैध रुप से रेत माफिया लोहारी घाट पर सिंध नदी में पनडुब्बियां डालकर रेत निकालने का काम कर रहे हैं, जिसकी सूचना स्थानीय लोगों द्वारा कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को दी गई. सूचना के बाद एसडीएम केके गौर सहित प्रशासनिक अमला और पुलिस लोहारी रेत घाट पर पहुंचे, जहां तीन पनडुब्बियों से अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा था, लेकिन जब तक प्रशासन रेत माफियाओं को पकड़ पाती, तब तक दो पनडुब्बी लेकर माफिया निकल गए. हालांकि इसमें से सिर्फ एक पनडुब्बी को ही जब्त किया जा सका, जिसके बाद मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने जब्त पनडुब्बी को जेसीबी मशीन से नष्ट कर दिया और प्लास्टिक पाइप को आग लगाकर जला दिया.
एसडीएम केके गौर ने बताया कि, जब कार्रवाई करने पहुंचे, तो तीन पनडुब्बियां लुहारी रेत घाट पर चल रही थीं, लेकिन रेत माफियाओं ने प्रशासन को देखते ही एक पनडुब्बी नदी के रास्ते शिवपुरी भगा ले गए और दूसरी पनडुब्बी को नदी में डुबा दिया. बड़ी मश्क्कत के बाद एक पनडुब्बी को जब्त किया गया. वहीं शिवपुरी की सीमा में बड़े पैमाने पर अवैध रेत का उत्खनन चल रहा है. बड़ी संख्या में पनडुब्बियों और पोकलेन मशीनों से रेत का अवैध खनन शिवपुरी जिले की सीमा में जारी है.