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सामुदायिक भवन में भरा था टेंट हाउस का सामान, माल को जब्त कर जुर्माना भी लगाया

शहर में शुक्रवार को नगर निगम ने एक सामुदायिक भवन में एक टेंट हाउस का सामान भरा पाया. जिसके नगर निगम के अधिकारियों ने सामान को जब्त कर दस हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है.

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Published : Feb 13, 2021, 1:29 AM IST

Tent house goods seized
टेंट हाउस का सामान जब्त

ग्वालियर। नगर निगम के अमले ने शुक्रवार को शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित सामुदायिक भवनों की जांच पड़ताल की. वहीं आमखो के विजय नगर में स्थित चांद बाड़ी सामुदायिक भवन में एक टेंट हाउस का सामान भरा हुआ पाया गया. जिसके बाद नगर निगम के अफसरों ने इस सामान को जब्त कर, उसे मदाखलत दफ्तर पहुंचा दिया है. इस टेंट हाउस के संचालक पर 10,000 रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है.

टेंट हाउस का सामान जब्त

कर संग्राहक की भूमिका संदिग्ध

वहीं इस सिलसिले में निगम के एक निलंबित टैक्स कलेक्टर यानी कर संग्राहक मनीष कुशवाहा की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है. नगर निगम के सामुदायिक भवन को निजी लोगों के उपयोग में लाने के पीछे मनीष का दिमाग बताया जा रहा है. फिलहाल उसके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है. नगर निगम के अन्य सामुदायिक भवनों पर भी प्रशासन की पड़ताल जारी है.

दोषियों पर की जा रही कार्रवाई

पिछले दिनों ही एक शिकायत अधिकारियों को मिली थी कि सामुदायिक भवनों में प्रभावशाली लोगों ने अपना कब्जा जमा रखा है, वह जानवर से लेकर अपने व्यवसाय से संबंधित सामान को भी इन्हीं सामुदायिक भवनों में रख रहे हैं. इस सूचना पर शुक्रवार को नगर निगम प्रशासन ने अपर कमिश्नर के नेतृत्व में यह कार्रवाई की. अधिकारियों का कहना है कि शहर के सभी सामुदायिक भवनों को चेक किया जा रहा है और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है.

ग्वालियर। नगर निगम के अमले ने शुक्रवार को शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित सामुदायिक भवनों की जांच पड़ताल की. वहीं आमखो के विजय नगर में स्थित चांद बाड़ी सामुदायिक भवन में एक टेंट हाउस का सामान भरा हुआ पाया गया. जिसके बाद नगर निगम के अफसरों ने इस सामान को जब्त कर, उसे मदाखलत दफ्तर पहुंचा दिया है. इस टेंट हाउस के संचालक पर 10,000 रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है.

टेंट हाउस का सामान जब्त

कर संग्राहक की भूमिका संदिग्ध

वहीं इस सिलसिले में निगम के एक निलंबित टैक्स कलेक्टर यानी कर संग्राहक मनीष कुशवाहा की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है. नगर निगम के सामुदायिक भवन को निजी लोगों के उपयोग में लाने के पीछे मनीष का दिमाग बताया जा रहा है. फिलहाल उसके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है. नगर निगम के अन्य सामुदायिक भवनों पर भी प्रशासन की पड़ताल जारी है.

दोषियों पर की जा रही कार्रवाई

पिछले दिनों ही एक शिकायत अधिकारियों को मिली थी कि सामुदायिक भवनों में प्रभावशाली लोगों ने अपना कब्जा जमा रखा है, वह जानवर से लेकर अपने व्यवसाय से संबंधित सामान को भी इन्हीं सामुदायिक भवनों में रख रहे हैं. इस सूचना पर शुक्रवार को नगर निगम प्रशासन ने अपर कमिश्नर के नेतृत्व में यह कार्रवाई की. अधिकारियों का कहना है कि शहर के सभी सामुदायिक भवनों को चेक किया जा रहा है और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है.

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