ग्वालियर। इनसे मिलिएं ये हैं उड़ीसा राज्य के अभीराम सतपथी. ये युवाओं में नशे की लत को दूर करने और नशे के खिलाफ जागरुकता फैलाने के लिए खुद ही पैदल मार्च पर निकल चुके है. उड़ीसा के रहने वाले अभिराम सतपथी एक अनूठे अभियान को लेकर अपने गांव दुर्लगा झारसुकड़ा से नई दिल्ली की पदयात्रा पर निकले हैं. वह सोमवार की शाम ग्वालियर पहुंचे. उन्होंने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से मुलाकात की. इस दौरान कलेक्टर ने उनके प्रयास की प्रशंसा की और उन्हें प्रमाण पत्र भी दिया. अभिराम ग्राम दुर्लगा झारसुकड़ा उड़ीसा गांव के रहने वाले हैं और वे 63 साल के हैं लेकिन उनके हौसले बुलंद हैं.
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नशे मुक्ति के लिए जन जागरण अभियान
मौजूदा दौर में युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए वह जन जागरण अभियान चलाने के मकसद से पदयात्रा पर निकली हैं. 6 जनवरी को उन्होंने यह पदयात्रा अपने गांव दुर्लगा झारसुकड़ा से शुरू की थी. जिस का समापन नई दिल्ली में 26 मार्च को संसद भवन पर करेंग. उनकी इच्छा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की भी है, लेकिन उनका यह भी कहना है कि वह इन दोनों नेताओं से नहीं मिल सके तो उन्हें कोई दुख नहीं होगा.
नशे की लत को शारीरिक व्यायाम से दूर करे
वे अपने मकसद को मुकाम तक पहुंचाना चाहते हैं. रास्ते में उन्हें जो भी मिलता है उसे में नशे की लत से दूर रहने शारीरिक व्यायाम करने और शरीर से पसीना निकालने की सलाह देते हैं. खास बात यह है कि इस उम्र में भी वह तेज गति से करीब 35 से 40 किलोमीटर की यात्रा रोज तय करते हैं. सड़क किनारे बने होटल और रास्ते में पड़ने वाले जिले के अधिकारियों द्वारा उन्हें रसद अथवा खाना मुहैया करा दिया जाता है.