ग्वालियर। शहर में पंजाबी समाज की महिलाओं का एक ग्रुप 19 साल से 2 सरकारी कोचिंग चला रही है, शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे मजदूर और गरीब परिवार के हैं, ये बच्चे स्कूल पढ़ने तो जाते हैं पर छुट्टी के बाद स्कूल के पास बने मंदिर में खेलने लगते हैं. स्कूल के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए महिलाओं के एक समूह ने इन्हें पढ़ाना शुरू किया है.
ग्रुप की सदस्य मीना मिड्डा ने बताया की शहर में शासकीय माध्यमिक कन्या विद्यालय और शासकीय माध्यमिक विद्यालय स्कूल संचालित होते हैं ,और इन दोनों स्कूलों में ज्यादातर गरीब परिवार के बच्चे पढ़ते हैं ,उन्होंने बताया पूजा करने के लिए महिलाओं का ग्रुप मंदिर जाता था, जहां इनके मन में बच्चों को देखकर ख्याल आया कि इन बच्चों के लिए स्कूल के साथ-साथ कोचिंग भी बहुत जरूरी है, ताकि इन बच्चों को स्कूल में मिलने वाला होम वर्क के साथ-साथ कोचिंग के जरिए अच्छी पढ़ाई आसानी से हो सकेगी.
इन महिलाओं के ग्रुप ने सन 2000 में शिव मंदिर पर ही बच्चों को पढ़ाने के लिए एक कोचिंग की शुरुआत की तब से लेकर ये महिलाएं इन गरीब बच्चों को कोचिंग के माध्यम से निशुल्क शिक्षा दे रही हैं. महिलाओं ने बताया कि बच्चों की स्वास्थ्य के लिए भी समय-समय पर शिविर आयोजित किए जाते हैं, इस कोचिंग में पढ़ाने वाली शिक्षिका का कहना है कि गरीब बच्चों की को पढ़ाने से काफी खुशी मिलती है, वहीं छात्रों का कहना है कि स्कूल की छुट्टी के बाद इस कोचिंग में रोज पढ़ने के लिए आते हैं और उन्हे कोचिंग में पढ़ाई के साथ-साथ पेंसिल,कॉपी और कपड़े फ्री मिलते हैं.