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ग्वालियर के 66 वार्डों से नहीं उठाया जा रहा कचरा, बीमारियों का बड़ा खतरा - 66 wards are in mess

ग्वालियर में नगर-निगम की लापरवाही के चलते वार्डों में गंदगी फैल रही है, निगम ने जिस कंपनी को शहर का कचरा उठाने का ठेका दिया है वह सिर्फ शहर के 44 वार्डों से ही कचरा उठा रही है. जबकि 66 वार्डों में गंदगी पसरी रहती है.

वार्डों में फैली गंदगी
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Published : Oct 1, 2019, 1:18 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 2:05 PM IST

ग्वालियर। शहर की सफाई व्यवस्था पटरी पर आने की बजाय और बिगड़ती जा रही है. कचरा वाहन वार्डों तक नहीं पहुंच रहे हैं. जिसके चलते लोग इधर-उधर कचरा फेंकने का मजबूर हैं. गंदगी के चलते लोगों पर बीमारियों का खतरा बढ़ने का चांस रहते हैं. बावजूद इसके जिला प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है.

ग्वालियर नगर निगम

बता दें शहर के सभी वार्डों से कचरा उठाने का कार्य ईको ग्रीन कंपनी के पास है, लेकिन कंपनी केवल 42 वार्डों से कचरा उठा रही है. जबकि बाकि के 66 वार्ड की जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी गई है, लेकिन निगम की लापरवाही के चलते वार्डों की हालत खराब है.

नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन ने बताया है कि शहर से 500 टन कचरा निकलता है. जिसे लक्ष्मण तलैया लैंडफिल में भेज दिया जाता है. लेकिन वहां भी जगह कम होती जा रही है. इसलिए प्रशासन कचरा की प्रोसेसिंग को ध्यान में रखते हुए जल्द ही केदारपुर प्लांट चालू करने का फैसला लिया है.

ग्वालियर। शहर की सफाई व्यवस्था पटरी पर आने की बजाय और बिगड़ती जा रही है. कचरा वाहन वार्डों तक नहीं पहुंच रहे हैं. जिसके चलते लोग इधर-उधर कचरा फेंकने का मजबूर हैं. गंदगी के चलते लोगों पर बीमारियों का खतरा बढ़ने का चांस रहते हैं. बावजूद इसके जिला प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है.

ग्वालियर नगर निगम

बता दें शहर के सभी वार्डों से कचरा उठाने का कार्य ईको ग्रीन कंपनी के पास है, लेकिन कंपनी केवल 42 वार्डों से कचरा उठा रही है. जबकि बाकि के 66 वार्ड की जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी गई है, लेकिन निगम की लापरवाही के चलते वार्डों की हालत खराब है.

नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन ने बताया है कि शहर से 500 टन कचरा निकलता है. जिसे लक्ष्मण तलैया लैंडफिल में भेज दिया जाता है. लेकिन वहां भी जगह कम होती जा रही है. इसलिए प्रशासन कचरा की प्रोसेसिंग को ध्यान में रखते हुए जल्द ही केदारपुर प्लांट चालू करने का फैसला लिया है.

Intro:ग्वालियर - शहर की सफाई व्यवस्था पटरी पर आने की बजाय और बिगड़ती जा रही है कई क्षेत्रों में घरों से कचरा लेने के लिए वाहन नहीं जा रहे हैं जिसके कारण लोग मजबूरी में यहां-वहां कचरा फेंक रहे हैं जिससे गंदगी का अंबार पसर रहा है। कचरा उठाने वाली इको ग्रीन कंपनी भी सिर्फ 42 भागों में ही कचरा संग्रहण कर रही है दूसरे वार्डो में वह अपने कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ा रही है अगर यही हाल रहा तो स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में इसका असर साफ दिखाई देगा।
Body:दरअसल शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है कॉलोनी हो या मोहल्ले जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हैं और अधिकारी शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में टॉप पर लाने का दावा करते नजर आते हैं लोगों के घर-घर जाकर कचरा संकलन करने के लिए इको ग्रीन कंपनी को ठेका दिया गया है लेकिन कंपनी सिर्फ 42 वार्डों में ही कचरा कलेक्शन करती है जबकि शहर में 66 वार्ड है बाकी वार्डों में नगर निगम को कचरा कलेक्शन करना है इको ग्रीन कंपनी सही ढंग से सफाई नहीं कर रही है वहीं जिन वार्डों में निगम के द्वारा सफाई की जा रही है वहां भी हालात खराब है निगम अधिकारी भी इसे लेकर गंभीर नहीं है शहर में अधिकांश क्षेत्रों में कचरा उठाने के लिए गाड़ी नहीं पहुंचती है तो कई इलाकों में गाड़ी बिना हॉर्न बजाए चली जाती है जिससे लोगों को इसकी जानकारी नहीं मिल पाती और वे अपने घर के आस-पास कचरा फेंकने को मजबूर हैं।

Conclusion:इतना ही नही गांव में कचरा कलेक्शन के लिए जो गाड़ियां जाती हैं उसमें दो लोगों का स्टाफ रहता है चालक के साथ एक हेल्पर रहता है हेल्पर का काम लोगों की कचरा डालने में मदद करना है और अगर कोई कचरा जमीन पर यहां वहां पड़ा है तो उसे उठाकर गाड़ी में डालना होता है लेकिन हेल्पर गाड़ी में ही बैठा रहता है इसको लेकर कई बार लोगों ने शिकायत भी की है यहां तक कि पार्षदों में भी इस मुद्दे पर परिषद में हंगामा तक किया है लेकिन इन सबके बावजूद हालात नहीं बदले हैं। वही ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर का कहना है कि शहर के अंदर 500 टन से अधिक कचरा कलेक्शन किया जा रहा है लेकिन केदारपुर साइट में खराबी के कारण वह शुरू नहीं हो सकी है जिसे जल्द शुरू कराया जा रहा है जिससे कलेक्ट किए गए कचरे का निष्पादन हो सके क्योंकि अभी लक्ष्मण तलैया और गिरवाई नाका लैंडफिल काफी लोग है जो दूर हो जाएगा वही धीरे-धीरे इको ग्रीन कंपनी के अधिकारियों से कचरा कलेक्शन बढ़ाने का निर्देश दिया जाएगा। वही शहर में जिन स्थानों से कचरा कलेक्शन नहीं हो रहा है उसको लेकर इको ग्रीन कंपनी को अधिकारियों को सूचित किया जा चुका है और यदि इसमें भविष्य में लापरवाही होती है तो कार्यवाही भी की जाएगी। क्योंकि इसका असर स्वछता सर्वेक्षण पर पडेगा।

बाइट- संदीप माकिन , निगम कमिश्नर, ग्वालियर
Last Updated : Oct 1, 2019, 2:05 PM IST
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