ग्वालियर। भारत एक पुरुष मानसिकता वाला देश है. भारत में हर मां-बाप को बेटे की चाह होती है. लेकिन बेटे की यहीं चाह भारी नुकसान में भी डाल देती है. ग्वालियर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है. प्रदूषण नियंत्रण विभाग के कर्मचारी की पत्नी से बेटे की चाहत में प्रदूषण नियंत्रण विभाग के दुसरे कर्मचारी की पत्नी ने लाखों रुपए और सोने के जेवर ठग लिए. प्रदूषण विभाग में पदस्थ चपरासी की पत्नी ने 6 सालों तक प्रदूषण विभाग के कर्मचारी की पत्नी को बेवकूफ बनाकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया. जब ठगी का अहसास हुआ तब महिला ने पुलिस थाने में शिकायत की. जिस पर पुलिस ने महिला तांत्रिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
- यह है पुरा मामला
दअरसल महाराजपुरा थाना क्षेत्र के डीडी नगर निवासी दिलीप भटनागर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में पदस्थ है. उनके दफ्तर में ही बालेन्द्र केवट चौकीदार हैं. जिसका घर उनके घर के पास ही है. चौकीदार की पत्नी मीना केवट का दिलीप की पत्नी डोली की दोस्त थी. डोली को बेटा नहीं था. डोली बेटा नहीं होने की बात अक्सर मीना से करती थी. इसका फायदा उठाते हुए मीना ने डोली को बताया कि उसके शरीर में देवी आती हैं. उस समय उनसे जो मनोकामना मांगी जाए, वह पूरी होती है. इस बात को लेकर मीना ने डोली से लाखों रुपए ठग लिए.
पार्टनशिप का झांसा: कारोबारी से ठगे 58 लाख रुपए
- 20 लाख रुपए ठगे
मीना डोली से पूजा-पाठ और देवी के नाम पर रुपए ठगने लगी. मीना के शरीर में जब भी माता आती थीं तो कैश लेकर ही शांत होती थीं. इस तरह 2014 से 2020 के बीच मीना ने डोली से 20 लाख रुपए नकद और करीब 5 लाख रुपए के सोने के जेवरात ठग लिए. साथ ही, धमकाया कि यह बात किसी से कही तो माता का श्राप मिलेगा और कभी बेटा नहीं होगा. जिस कारण महिला चुप रही. कुछ दिन पहले जब मकान खरीदने के लिए दिलीप ने कैश निकालना चाहा, तो पता लगा कि उनकी पत्नी के साथ बीते छह साल से ठगी हो रही है. इसके बाद वह पत्नी के साथ थाने पहुंचे और इसकी शिकायत की. पुलिस ने इस मामले में मीना केवट पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.