गुना । ज्योतिरादित्य सिंधिया के भारतीय जनता पार्टी में जाने के बाद लगभग 1 सैकड़ा से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. मौजूदा हालातों पर बात ईटीवी भारत से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुमेर सिंह गढ़ा ने बातचीत की.
'किसी के जाने से पार्टी को नहीं पड़ता फर्क'
ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने पर सुमेर सिंह ने कहा कि पार्टी बड़ी होती है, कोई व्यक्ति विशेष नहीं. पार्टी में लोगों का आना-जाना लगा रहता है किसी के जाने से पार्टी नहीं बदलती है. कांग्रेस एक बहुत पुरानी पार्टी है. इसमें एक से बढ़कर एक कार्यकर्ता मौजूद हैं. आज नहीं कल हम अपनी दोबारा से टीम खड़ी करेंगे. दोबारा से नए लोग आएंगे और नई उर्जा लेकर और अच्छे से काम करेंगे. ज्योतिरादित्य सिंधिया बड़े नेता है वह सोच समझकर ही भारतीय जनता पार्टी में गए होंगे.
'सिंधिया को बीजेपी में नहीं मिलेगा वो सम्मान'
जहां तक पार्टी में वजन मिलने का सवाल है भारतीय जनता पार्टी की कार्यशैली बिल्कुल अलग है. मेरा मानना है कि 2 पीढ़ी से ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से जुड़े रहे. उनके पिता माधवराव सिंधिया भी कांग्रेस पार्टी से सांसद रहे हैं. इतने लंबे समय में आप जब एक पार्टी में रहते हैं, तो आपकी मानसिकता पार्टी के अनुरूप ढल जाती है. नई जगह जाने पर निश्चित ही उन्हें कठिनाइयों का एहसास होगा और जो सम्मान यहां कांग्रेसमें मिलता था मुझे नहीं लगता वह भारतीय जनता पार्टी में मिल पाएगा.
'हम सत्ता में रहेंगे'
सरकार बच पाएगी या नहीं इस सवाल के जवाब में सुमेर सिंह का कहना है कि आंकड़ों पर अगर भरोसा किया जाए तो ये नहीं लगता कि सरकार बच पाएगी, लेकिन जो जो विधायक इस्तीफा देंगे, उन्हें 90 परसेंट दोबारा जनता में चुनाव लड़ने जाना होगा, मुझे नहीं लगता कि वह दोबारा चुनकर आ पाएंगे इसलिए वह सोचेंगे कि हमारा क्या होगा अभी भावुकता में चले गए होंगे लेकिन जब वह सोचेंगे विचार विमर्श करेंगे, तो ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि देगा और फ्लोर टेस्ट में परिस्थिति बदल सकती है. हम सत्ता में रहेंगे.