गुना। बमोरी में चुनावी सभा लेने आए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लगभग 600 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात दी. इस दौरान नल जल योजना को बमोरी के विकास के लिए मील का पत्थर बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह योजना बमोरी की तस्वीर बदल देगी. उन्होंने अपने भाषण में बार-बार बमोरी की जनता से ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़ाव की बात कही.
शिवराज सिंह ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने गद्दारी की, ग्वालियर चंबल संभाग में सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस को सिंधिया की वजह से मिली, लेकिन चुनाव के बाद चेहरा किसी और के सिर सजा दिया गया, यह सिंधिया के साथ धोखा था. शिवराज यहीं नहीं रुके उन्होंने सिंधिया के साथ-साथ महेंद्र सिंह सिसोदिया को भी कांग्रेस सरकार में अपमानित होने की बात कही.
सीएम शिवराज ने कहा कि महेंद्र सिंह सिसोदिया जब कमलनाथ के कार्यालय बमोरी में विकास कार्यों के संबंध में पहुंचते थे. तो कमलनाथ चलो चलो कहकर सिसोदिया को चलता कर देते थे. अब बमोरी की जनता के लिए उन्होंने कमलनाथ को ही चलता कर दिया. शिवराज सिंह अपने भाषण के दौरान शायराना अंदाज में भी दिखे. उन्होंने मंच से दावा किया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार की ओर से 4 हजार रूपए का योगदान दे दिया है. आज बमोरी पहुंचने से पहले उन्होंने प्रत्येक किसान के खाते में दो 2 हजार रूपए डलवाए हैं.
सभा में मौजूद राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा की डीपी मिश्रा की सरकार ने जब प्रदेश की जनता के साथ अन्याय किया तो उनकी दादी ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर क्षेत्र के लोगों की भलाई करने की सोची थी, इसी तरह उनके पिता के साथ भी अन्याय हुआ तो उन्होंने मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस बनाई.
सिंधिया ने कहा कि 1980 में मोतीलाल वोरा और माधवराव सिंधिया की जोड़ी को मोती माधव एक्सप्रेस कहा जाता था, अब मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान की जोड़ी शिव ज्योति एक्सप्रेस के नाम से जानी जाती है.
सिंधिया ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि सत्ता में आने के पहले 10 दिन में कर्जा माफ करने की बात हुई थी, लेकिन प्रदेश के किसानों का कर्ज 10 महीने में भी माफ नहीं हो सका. कमलनाथ ने अन्नदाता के खिलाफ गद्दारी की. सिंधिया ने जोशीले अंदाज में कहा कि वह और शिवराज ऐसे व्यक्ति हैं जिनके शरीर से पसीना टपकता है, वह व्यापारी नहीं हैं, ना ही वल्लभ भवन में एसी कमरों में बैठने वाले हैं.
कार्यक्रम शुरू होने के पहले जानकारी मिली कि प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लगने वाली है. इसकी वजह से वहां के बैनर को जिला प्रशासन ने ढकवा दिया था, लेकिन बाद में जानकारी मिली कि चुनाव आयोग ने सिर्फ बिहार में चुनाव की तारीखें घोषित की हैं, तो पर्दा हटा दिया गया.